जन्म समय के अनुसार नक्षत्र और राशि के पाये को देखा जाता है नक्षत्र पाया शरीर और परिवार से जोडा जाता है राशि का पाया दिमागी सोच सांसारिक स्थान और कार्य विवाह आदि के लिये माना जाता है। पाये चार प्रकार के होते है -
स्वर्ण पाया
रजत पाया
ताम्र पाया
लौह पाया
नक्षत्र का स्वर्ण पाया सही माना जाता है राशि का स्वर्ण पाया सही नही माना जाता है जो पाया स्त्री के लिये सुखकारी होता है वही पाया पुरुष के लिये हानिकारक माना जाता है। अगर राशि का पाया स्त्री का स्वर्ण है तो वह उत्तम माना जाता है और पुरुष केलिये स्वर्ण पाया राशि से खराब माना जाता है। पुरुष के स्वर्ण पाये मे जन्म लेने से या तो उसके जीवन में अल्प आयु का योग होता है या वह आजीवन अपने अहम और बुद्धिमान समझने के कारण आगे नही बढ पाता है इस कारण मे एक बात और भी देखी जाती है कि जातक को वास्तविक जीवन मे जाने के लिये माता पिता रोकते रहते है उसे गमले का पौधा समझकर पाला जाता है जातक का स्थानन्तरण होता रहता है इस प्रकार से व्यक्ति अपने सामाजिक पारिवारिक और व्यवहारिक जीवन को समझ नही पाता है फ़लस्वरूप वह एकान्त मे रहने वाला और अपने काम को खुद करने के बाद सफ़लता को नही लेने वाला होता है। सफ़लता के लिये जीवन की लडाई को लडना जरूरी होता है और जब जीवन की लडाई दूसरो के भरोसे से लडी जाती है तो कभी न कभी बडी असफ़लता हाथ ही लगती है.इस पाये के व्यक्ति को पिता का सुख कम मिलता है अपने पारिवारिक जीवन से जैसे चाचा चाची ताऊ ताई दादा दादी से दूरिया बनी रहती है।
रजत पाया सभी मायनो मे सही माना जाता है यह स्त्री जातक के लिये भी और पुरुष जातक दोनो के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। व्यक्ति अपने मानसिक कारणो को सम्भालने उन्हे बेलेन्स करने के लिये अपनी योग्यता को जाहिर करता रहता है सभी प्रकार के कार्य जो उसके जीवन के लिये प्रभावी होते है वह लोक रीति से सामाजिकता से एक दूसरे के मानसिक प्रभाव को जल्दी समझ लेने से पूरा करता रहता है उसे अपने जीवन मे लोगो की बुरी सोच का परिणाम भी सफ़लता के लिये आगे बढाने वाला होता है वह किसी कार्य के गलत होने पर उसे शिक्षा के रूप मे मानता है माता के साथ सम्बन्ध अच्छे रहते है पिता का ही लगाव सही रहता है लेकिन बहिनो की संख्या और स्त्री संतान की अधिकता होना माना जाता है,इस पाये मे जन्म लेने वाले जातक पानी के किनारे रहने पानी सम्बन्धी काम करने मे सफ़ल होते है.
ताम्र पाया तकनीकी दिमाग को प्रदान करने वाला होता है जातक बात का धनी होता है लम्बी आयु को जीने वाला होता है धन की कमी जातक को नही अखरती है वह अपने व्यवहार आदि से धन के क्षेत्र को कायम रखने वाला होता है खुद के लोग उस पर भरोसा करने वाले होते है जातक जो भी बात करता है उसे निभाने वाला होता है समय पर काम आने वाला होता है लेकिन अपने जीवन को दूसरो के प्रति बलिदान करने वाला भी होता है। जमीन जायदाद अचल सम्पत्ति और खनिज आदि कारको मे आगे बढता जाता है। भाइयों के लिये मित्रो के लिये और जान पहिचान वालो के लिये जीवन को बचाने वाला रोजाना की जिन्दगी मे अपने को आगे ही आगे बढाने वाला होता है। सन्तान सुख मे कमी रहती है लेकिन जो भी सन्तान होती है वह नाम कमाने वाली और परिवार का नाम रोशन करने वाली होती है मर्यादा मे तथा कायदे से चलने वाली होती है जीवन साथी से मतभेद होना और किसी न किसी बात पर आपसी कलह को भी होता देखा जाता है लेकिन जीवन साथी से दूरिया नही हो पाती है कुछ समय के लिये आपसी कलह तो हो सकती है लेकिन हमेशा के लिये नही माना जा सकता है जातक भोजन सम्बन्धी कारणो मे आगे रखने वाला होता है जातक का हाजमा भी सही होता है और जातक को भूख भी बहुत लगती है.तीखे भोजन मे जातक की अधिक रुचि होती है।
लोहे के पाये को खराब माना जाता है जातक या जातिका आलसी प्रवृत्ति के होते है चालाकी से काम करना एकान्त मे रहना मेहनत वाले काम करने के बाद केवल जीविका को चलाने के लिये माने जाते है दूसरो की सेवा करना और अपने श्रम के आधार पर ही जीवन को चलाना माना जाता है सन्तान भी आलसी होती है साथ ही जीवन मे कब पैदा हुये और कब मर गये इसका भी प्रभाव नाम और धन के क्षेत्र मे उजागर नही हो पाता है। माता पिता के लिये भी कष्टकारी होता है विद्या के क्षेत्र मे कमी रहती है विवाह आदि के क्षेत्र मे सरलता से जीवन नही चल पाता है जीवन साथी को एक प्रकार से जातक को ढो कर ले कर चलने वाली बात को माना जाता है वह बात चाहे अस्पताल सम्बन्धी कारण से बनी हो या जातक की अकर्मण्यता से मानी जाती हो जातक को शराब कबाब तामसी और नशे की आदते भी होती देखी जाती है नीचे लोगो से मित्रता और नीचे काम करने जुआ लाटरी सट्टा आदि के क्षेत्र मे अधिक रुचि देखी जाती है खेल कूद मे भी कम मन लगता है दूसरो को लडाकर खुद मजा लेने वाले लोग भी अधिकतर इसी पाये मे जन्म लिये हुये देखे गये है,हिंसा से बहुत अधिक प्रीति देखी जाती है दया भाव की कमी होती है ऐसे लोग अपने ही लोगो को ठग भी सकते है और धोखा भी देते देखे गये है।
स्वर्ण के पाये मे जन्म लेने वाले जातक को सोने मे हरे रंग के नगीने पिरोकर गले मे पहिनना चाहिये जिससे उनके जीवन मे आहत होने वाले कारण कम होते है नारियल का दान देते रहना चाहिये,पिता की आयु की बढोत्तरी के लिये रोजाना सूर्य को अर्घ देना चाहिये पराये धन और स्त्री पुरुष से सम्बन्धो के मामले मे बचना चाहिये कारण इस पाये मे जन्म लेने वाले को यौन सम्बन्धी बीमारिया अधिक होती है,धारी वाले कपडे पहिनने से भी इस पाये का दोष कम होता है हाथ मे कलावा बांधने से भी दोष मे कमी होती है धार्मिक स्थानो मे जाना और माथा टेकते रहने से भी दोष कम होता है।
रजत पाये वाले व्यक्ति को तीर्थ स्थानो मे जाते रहना चाहिये और तीर्थ स्थान के जल को अपने घर मे या सोने वाले कमरे मे ऊंचे स्थान पर रखना चाहिये माता के कष्ट को दूर करने के लिये रोजाना शिव स्तोत्र का पाठ करना चाहिये चांदी के पात्र मे पानी या दूध पीना चाहिये,हरे रंग के कपडो का अधिक प्रयोग करना चाहिये,ठगी चालाकी आदि के कामो से दूर रहना चाहिये।
ताम्र पाये के दोष की शांति के लिये मन्दिरो मे या दान के स्थानो मे भोजन का दान करना चाहिये तांबे की कोई न कोई चीज अपने पास रखनी चाहिये भोजन मे मिर्च का अधिक प्रयोग नही करना चाहिये मीठा भी कम ही लेना चाहिये,भाइयों की सेवा करने से और मित्रो का सहयोग करने से भी इस पाये का दोष कम होता है।
लौह के पाये मे जन्म लेने वाले जातक को अपने वजन के बराबर का लोहा शनि स्थान मे दान करना चाहिये आलसी प्रभाव को रोकने के लिये मिर्च का अधिक सेवन करना चाहिये लेकिन काली मिर्च का सेवन ही सुखकारी होगा,आंखो की ज्योति को बढाने के लिये घी काली मिर्च और बतासे को आग मे पका कर रोजाना सुबह को प्रयोग मे लेना चाहिये तुलसी की पत्ती काली मिर्च और नीम की टांची को रोजाना बासी पेट लेने से भी इस पाये का दोष दूर होता है लोहे का छल्ला दाहिने हाथ मे स्त्री और पुरुष दोनो को मध्यमा उंगली मे पहिनने से भी परिवार की कलह और घर के मतभेद दूर होते है।
स्वर्ण पाया
रजत पाया
ताम्र पाया
लौह पाया
नक्षत्र का स्वर्ण पाया सही माना जाता है राशि का स्वर्ण पाया सही नही माना जाता है जो पाया स्त्री के लिये सुखकारी होता है वही पाया पुरुष के लिये हानिकारक माना जाता है। अगर राशि का पाया स्त्री का स्वर्ण है तो वह उत्तम माना जाता है और पुरुष केलिये स्वर्ण पाया राशि से खराब माना जाता है। पुरुष के स्वर्ण पाये मे जन्म लेने से या तो उसके जीवन में अल्प आयु का योग होता है या वह आजीवन अपने अहम और बुद्धिमान समझने के कारण आगे नही बढ पाता है इस कारण मे एक बात और भी देखी जाती है कि जातक को वास्तविक जीवन मे जाने के लिये माता पिता रोकते रहते है उसे गमले का पौधा समझकर पाला जाता है जातक का स्थानन्तरण होता रहता है इस प्रकार से व्यक्ति अपने सामाजिक पारिवारिक और व्यवहारिक जीवन को समझ नही पाता है फ़लस्वरूप वह एकान्त मे रहने वाला और अपने काम को खुद करने के बाद सफ़लता को नही लेने वाला होता है। सफ़लता के लिये जीवन की लडाई को लडना जरूरी होता है और जब जीवन की लडाई दूसरो के भरोसे से लडी जाती है तो कभी न कभी बडी असफ़लता हाथ ही लगती है.इस पाये के व्यक्ति को पिता का सुख कम मिलता है अपने पारिवारिक जीवन से जैसे चाचा चाची ताऊ ताई दादा दादी से दूरिया बनी रहती है।
रजत पाया सभी मायनो मे सही माना जाता है यह स्त्री जातक के लिये भी और पुरुष जातक दोनो के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। व्यक्ति अपने मानसिक कारणो को सम्भालने उन्हे बेलेन्स करने के लिये अपनी योग्यता को जाहिर करता रहता है सभी प्रकार के कार्य जो उसके जीवन के लिये प्रभावी होते है वह लोक रीति से सामाजिकता से एक दूसरे के मानसिक प्रभाव को जल्दी समझ लेने से पूरा करता रहता है उसे अपने जीवन मे लोगो की बुरी सोच का परिणाम भी सफ़लता के लिये आगे बढाने वाला होता है वह किसी कार्य के गलत होने पर उसे शिक्षा के रूप मे मानता है माता के साथ सम्बन्ध अच्छे रहते है पिता का ही लगाव सही रहता है लेकिन बहिनो की संख्या और स्त्री संतान की अधिकता होना माना जाता है,इस पाये मे जन्म लेने वाले जातक पानी के किनारे रहने पानी सम्बन्धी काम करने मे सफ़ल होते है.
ताम्र पाया तकनीकी दिमाग को प्रदान करने वाला होता है जातक बात का धनी होता है लम्बी आयु को जीने वाला होता है धन की कमी जातक को नही अखरती है वह अपने व्यवहार आदि से धन के क्षेत्र को कायम रखने वाला होता है खुद के लोग उस पर भरोसा करने वाले होते है जातक जो भी बात करता है उसे निभाने वाला होता है समय पर काम आने वाला होता है लेकिन अपने जीवन को दूसरो के प्रति बलिदान करने वाला भी होता है। जमीन जायदाद अचल सम्पत्ति और खनिज आदि कारको मे आगे बढता जाता है। भाइयों के लिये मित्रो के लिये और जान पहिचान वालो के लिये जीवन को बचाने वाला रोजाना की जिन्दगी मे अपने को आगे ही आगे बढाने वाला होता है। सन्तान सुख मे कमी रहती है लेकिन जो भी सन्तान होती है वह नाम कमाने वाली और परिवार का नाम रोशन करने वाली होती है मर्यादा मे तथा कायदे से चलने वाली होती है जीवन साथी से मतभेद होना और किसी न किसी बात पर आपसी कलह को भी होता देखा जाता है लेकिन जीवन साथी से दूरिया नही हो पाती है कुछ समय के लिये आपसी कलह तो हो सकती है लेकिन हमेशा के लिये नही माना जा सकता है जातक भोजन सम्बन्धी कारणो मे आगे रखने वाला होता है जातक का हाजमा भी सही होता है और जातक को भूख भी बहुत लगती है.तीखे भोजन मे जातक की अधिक रुचि होती है।
लोहे के पाये को खराब माना जाता है जातक या जातिका आलसी प्रवृत्ति के होते है चालाकी से काम करना एकान्त मे रहना मेहनत वाले काम करने के बाद केवल जीविका को चलाने के लिये माने जाते है दूसरो की सेवा करना और अपने श्रम के आधार पर ही जीवन को चलाना माना जाता है सन्तान भी आलसी होती है साथ ही जीवन मे कब पैदा हुये और कब मर गये इसका भी प्रभाव नाम और धन के क्षेत्र मे उजागर नही हो पाता है। माता पिता के लिये भी कष्टकारी होता है विद्या के क्षेत्र मे कमी रहती है विवाह आदि के क्षेत्र मे सरलता से जीवन नही चल पाता है जीवन साथी को एक प्रकार से जातक को ढो कर ले कर चलने वाली बात को माना जाता है वह बात चाहे अस्पताल सम्बन्धी कारण से बनी हो या जातक की अकर्मण्यता से मानी जाती हो जातक को शराब कबाब तामसी और नशे की आदते भी होती देखी जाती है नीचे लोगो से मित्रता और नीचे काम करने जुआ लाटरी सट्टा आदि के क्षेत्र मे अधिक रुचि देखी जाती है खेल कूद मे भी कम मन लगता है दूसरो को लडाकर खुद मजा लेने वाले लोग भी अधिकतर इसी पाये मे जन्म लिये हुये देखे गये है,हिंसा से बहुत अधिक प्रीति देखी जाती है दया भाव की कमी होती है ऐसे लोग अपने ही लोगो को ठग भी सकते है और धोखा भी देते देखे गये है।
स्वर्ण के पाये मे जन्म लेने वाले जातक को सोने मे हरे रंग के नगीने पिरोकर गले मे पहिनना चाहिये जिससे उनके जीवन मे आहत होने वाले कारण कम होते है नारियल का दान देते रहना चाहिये,पिता की आयु की बढोत्तरी के लिये रोजाना सूर्य को अर्घ देना चाहिये पराये धन और स्त्री पुरुष से सम्बन्धो के मामले मे बचना चाहिये कारण इस पाये मे जन्म लेने वाले को यौन सम्बन्धी बीमारिया अधिक होती है,धारी वाले कपडे पहिनने से भी इस पाये का दोष कम होता है हाथ मे कलावा बांधने से भी दोष मे कमी होती है धार्मिक स्थानो मे जाना और माथा टेकते रहने से भी दोष कम होता है।
रजत पाये वाले व्यक्ति को तीर्थ स्थानो मे जाते रहना चाहिये और तीर्थ स्थान के जल को अपने घर मे या सोने वाले कमरे मे ऊंचे स्थान पर रखना चाहिये माता के कष्ट को दूर करने के लिये रोजाना शिव स्तोत्र का पाठ करना चाहिये चांदी के पात्र मे पानी या दूध पीना चाहिये,हरे रंग के कपडो का अधिक प्रयोग करना चाहिये,ठगी चालाकी आदि के कामो से दूर रहना चाहिये।
ताम्र पाये के दोष की शांति के लिये मन्दिरो मे या दान के स्थानो मे भोजन का दान करना चाहिये तांबे की कोई न कोई चीज अपने पास रखनी चाहिये भोजन मे मिर्च का अधिक प्रयोग नही करना चाहिये मीठा भी कम ही लेना चाहिये,भाइयों की सेवा करने से और मित्रो का सहयोग करने से भी इस पाये का दोष कम होता है।
लौह के पाये मे जन्म लेने वाले जातक को अपने वजन के बराबर का लोहा शनि स्थान मे दान करना चाहिये आलसी प्रभाव को रोकने के लिये मिर्च का अधिक सेवन करना चाहिये लेकिन काली मिर्च का सेवन ही सुखकारी होगा,आंखो की ज्योति को बढाने के लिये घी काली मिर्च और बतासे को आग मे पका कर रोजाना सुबह को प्रयोग मे लेना चाहिये तुलसी की पत्ती काली मिर्च और नीम की टांची को रोजाना बासी पेट लेने से भी इस पाये का दोष दूर होता है लोहे का छल्ला दाहिने हाथ मे स्त्री और पुरुष दोनो को मध्यमा उंगली मे पहिनने से भी परिवार की कलह और घर के मतभेद दूर होते है।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ............
ReplyDeleteगुरुदेव आप की पोस्ट से मुझ जैसा मुर्ख भी ज्योतिष सिख सकता हे..........
प्रभु अगर मेरे प्रश्न का उतर मिल जाता तो बड़ी महरबानी होती ......
धन्यवाद ...............
प्रतीक जी आपको अपने प्रश्न को लिखकर http://www.astrobhadauria.com से भेज दे.आपकी सराहना के लिये आभार.
Deleteगुरुजी को प्रणाम,
ReplyDeleteगुरुजी आपको दिवाली की शुभकामनायें.
गुरुजी पुजन की विधी बता दे तो कृपया होगी. वृष लगन श्रवण नक्षत्र.
धन्यवाद
खुश रहो राकेश,तुम्हे भी दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाये,खुश रहो तरक्की करो,फ़लो फ़ूलो,दीपावली का पूजन तुम्हारे लिये रात बारह बजे से एक बजे के बीच का है,इस समय को प्रयोग करो.साथ ही अबकी बार की दीपावली में पूर्वजो के नाम के दीपक भी जलाने का विधान बताया गया है,राहु के शमशानी राशि मे और शुक्र के कन्या यानी कर्जा दुश्मनी बीमारी की राशि मे होने से यह कारण बन रहा है.पूर्वजो के नाम के साथ कोरे (बिना धुले हुये) दीपक घी के जलाकर पूजा स्थान मे पहले रखना उसके बाद ही पूजा करना.
DeleteMeranamebishalchhetryhai
DeleteMerajanamhuyahai21october1995.7.20pmko
DeleteGuruji yadi 26 September 2018 ka 1:36 ka janm ho Devendra naam hai kya paya hai aur upay
Deletenaskar pandit g,m apse baby k name rashi aor nachhtra jan ne ke ware janana chahta hu,new born baby ka name kaise rakhte h,plase batane ka kast kare.apki ati kripa ho guru g
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteग
ReplyDeleteGuruji pranam hamate ghar ek balak be jana m liya . Hanuman jayanti wale din.13 April 2017 , 10:23 am...raashi ke baare mein bataye ..naa m ke baare ..mein bataye...
ReplyDeleteGuru ji Balika kei liye Swarn Paayo kaa thoda fal bataye.
ReplyDeleteApke charno mei saadar pranaam
DOB 28-04-2017 time 5:15 pm Pratham Navratri PR grah nakshatra paya dosh avm nivaran bataye apki ati kripa hogi
ReplyDeleteMale Naam devansh
ReplyDeleteनाम- पूजा
ReplyDeleteलिंग- स्त्री
जन्म दिंनाक- 30 मई 1995
जन्म स्थान - चरखी दादरी, हरियाणा
जन्म समय - 8:30 am
सवाल - मुझे नौकरी कब मिलेगी एवं किस क्षेत्र में मिलेगी?
गुरु जी को मेरा कोटि कोटि प्रणाम,
ReplyDeleteगुरु जी आपसे हाथ जोड़ कर विनती करता हूँ मेरी प्रॉब्लम समझे और उपाय बताए। बहुत ढके खा कर आपके पास आया हूँ।
नाम - मुकेश कुमार
लिंग- पुरुष
जन्म दिनांक- 06-06-1986
जन्म समय - 7:55 pm
जन्म स्थान- मंडौरा, सोनीपत, हरियाणा
सवाल- मुझे नोकरी कब मिलेगी और शादी में क्यों दिकत आ रही है।
Mob.9813438406,7011174454
Email- lsharma.112.ls@gmail.com
Name ...Mannat .... female. DOB...12/september/2015 .. time...8:11pm jaipur. Question...jatak ka paya ..or future me kis field me success mil Sakti h
ReplyDeleteDOB.1/July/2017 time.....3:06 pm question... Jatak ka paya or future me kis field me success milegi
ReplyDeleteMere bete ka Janam date or time yhe hai
ReplyDelete11/11/2015 time 08:35 AM
Janam place bilsi up
Plz lagan chart batao do. Or paya bhi batao dena
Guruji main sone ke paye hu,mujhe kya karna chaiye ki mere sare kast door ho jaye
ReplyDeleteGuru G .mere Rashi m sone Ka pad h
ReplyDeleteEska kuch solution hota h
Please give me guide
नाम- arun kumar
ReplyDeleteलिंग- male
जन्म दिंनाक- 24/05/1990
जन्म स्थान - meerut
जन्म समय - 7.30 pm
सवाल - life m muje koi tarrki nai mil pa rahi h karo m as chuka Hu life m much Ni h
Guruji meri GUDIYA swarna paye Mai Hui hai. Iske bare Mai margadarhan de
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteGuru ji mere bete ki birth 17.02.1992 me hua hai time 03.20 PM delhi me use skin me allergy hai hip per or mansik problem hai kya karu
ReplyDeleteGuru ji meri DOB 12/07/1988 Hai please bataye Kuch mnie bhut pareshan rehta hu Kuch upay bataye
ReplyDeleteGuru ji mra janam 28 September 1993 mai hoa tha plzz mre janam kundali ke bare m kuch btaye krapa krke
ReplyDeletemera DOB 7/11/1995 ko he 12:45minute hein Sir mere jivan mein bahot pareshani hein upay bataye...jay gurudev
ReplyDeletePundit g meri beti 9 july 2018 time 11:52a.m. pr hui h
ReplyDeleteLohe ke paye h
Kya karna chahiye
Kya ye hamesha dukh dai hote h
15 june 1989 ko konsa paya tha
ReplyDeleteनाम-लखन कुमार
ReplyDeleteलिंग-पुरुष
जन्म दिनांक-31/07/1994
जन्म समय-01:40pm
जन्म स्थान-सवाई माधोपुर
सवाल-मुझे नौकरी कब मिलेगी एवं किस क्षेत्र में मिलेगी?
तथा विवाह का योग कब का है
23 August bche ke janm ka din ksa hoga pandit ji
ReplyDeleteUnknownAugust 19, 2018 at 11:00 AM
ReplyDelete23 August bche ke janm ka din ksa hoga pandit ji
Agar girl ka soone or tambe ka paya ho toh kya prabhav hoge
ReplyDeleteMeri beti 16 sep 2018 12:51pm par hui hai alwar rajasthan mein.guru ji bataiye ye kisike liye kast dayi to nhi hai
ReplyDeleteMeri beti jabse hui hai mjhe apni beti aur husband ki tension rehti hai.ye jyestha 2 mein hui hai.kisike upar danger of life to nhi hai.kaunse paya mein hui hai ye pls ye bhi bta dijye guruji
ReplyDeleteMere bachhe ne 29june 2018 10:20 par janam liya h uske kaunse paya aaya h
ReplyDeleteMere bachhe ne 29june 2018 10:20 par janam liya h uske kaunse paya aaya h
ReplyDeleteMere bete ka janam 2018/10/21
ReplyDeleteSab bata dijiye
Mere bacha ka janam 22/12/1992 ko hua ha or time ha 8:29,pm ma hua ha yusaka Kon sa paya ha Bata dijiye
ReplyDeletePanditji, mera janma 11 april 2000 ko hua... Samay 4.10 pm,Rashi: mithun, lagna : sinh... Kya aap mujhe mera paya bata sakte ho? Dhanyawaad
ReplyDeleteगुरु जी को धोक��������������
ReplyDeleteमेरा नाम मोहन लाल यादव
कोटपूतली राजस्थान
मेरा जन्म 12 sep 1996
मैं किस पाए का हु
क्या कहता है मेरा भाग्य
ReplyDeleteMeri beti ki date 23 may 2019 ki h date . Time 1:30am Thursday Ko hui h please iske bare me kuch btaye
ReplyDeleteDob 30.06.2019 (Beta )
ReplyDeleteTime 02:15 pm
SawaL- bhavisya kaisa hoga
Paya konsa h
meri beti k per lohe ke btaye h me kya karu
ReplyDeleteगुरु जी को सादर प्रणाम गुरु जी
ReplyDeleteगुरु जी मुझे 18 अक्टूबर को रात्रि 11:16 पर लड़का प्राप्त हुआ है इसके भविष्य पर प्रकाश डालने की कृपा करें
Abhi kanya rashi me lohe ke paye par sani ki panoti thi
ReplyDeleteVo khtam hone ke bad kya hoga kuch sarlta hogi jivan me?
Me competitive exam ki taiyari kr rhi hu per aals ke karan nhi kr pa rhi hu bohot exam di per kuch nhi ho rha
Or ghr me b bohot tanav harvkt ladai rehti he
Sir mere baby ka lohe ka pair aaya h ky kru ap bataye
ReplyDeletePandit ji please bataye 11/06/1990 ko shani kaun se paye pe tha aur kis rashi me tha
ReplyDeleteMy grand son
ReplyDeleteD.O.B. 01-01-2020
Time : 11.23 pm
Place: Gurgaon ( Haryana )
Please let me know the paya.
ReplyDeleteAs per kundali 4th Charan of Purvabhadrapad.
D.O.B.: 01-01-2020
TIME : 11.23 PM
PLACE : GURGAON (HARYANA)
Let me know the paya of my grand son:
ReplyDeleteD.O.B.: 01-01-2020
Time : 11.23pm
Place : Gurgaon (Haryana)
24.08.2019
DeleteTime..9.42am
Place-tarana ujjain m.p.
ReplyDeleteD.O.B.-23/03/2020
Time-07:32AM
Guruji ko pranam 🙏,
ReplyDeleteGuruji meri putri ka janam 11.03.2020 ko 7.12 PM ko Faridabad Haryana mein hua.
Kya aap mujhe bta sakte hain ki uska konsa paya hai aur kundali ke barein mein.
Regards,
Amit Choudhary
Rashi ka paya agar gold ho, girls ki kundli me to kya krna chaiye or accha hota h ya nhi,
ReplyDeletePlease bataye details me.
Please please please..........
16 9 2015 Rajasthan Jasol m jam hua time subj 6 05 mintue
ReplyDeleteKundli m kinda Pa ya ha I Kay ya I manglik hai
DeletePaya konsa hai kya manglik hai
ReplyDeleteName anneya
ReplyDelete17/4/2018
Kundali me dos bhav
5.8.2021 paya lohe ka hai time 2:20 Ka Kuch upay batao please 😭🙏 Jo hardum ke liye ye dosh hut Jaye
ReplyDeleteDATE OF BIRTH: 15-12-2021
ReplyDeleteTIME: 01:10 P. M.
PAYA KON SA HAI.
DOB: 08-07-1995
ReplyDeleteTime : 11.05pm
Konsa Paya hai