Wednesday, March 28, 2012

नाम से विवेचन करना

एक सज्जन का ईमेल आया कि उनके बारे मे कैरियर के बारे मे जानना है लेकिन जन्म तारीख आदि नही है। बिना जन्म तारीख के दो ही तरीके होते है एक प्रश्न कुंडली से दूसरा नाम से,जब जातक ने प्रश्न किया था उस समय के सितारे और जब ईमेल हमारे पास तक पहुंचा तब के सितारों मे बदलाव हो चुका है। साकार भावना और निराकार प्राप्ति के बीच का अन्तर ही कहने और सुनने तक की सीमा को पूरा करता है। जातक का नाम सोनू कुमार है,नाम से कैरियर के बारे मे जानने के लिये जो तरीका प्रयोग किया जाता है वह इस प्रकार से है।
नाम के अक्षरो मे नौ का गुणा करना है मात्राओं को जोडना  है।
नाम के पांच अक्षर है और चार मात्रायें है।
पांच मे नौ का गुणा करने पर पैतालीस की संख्या आती है.मात्रायें जोडी तो कुल उनन्चास की संख्या मिलती है। प्राथमिक रूप से दो ग्रह सामने आते है,चार से केतु और नौ से मंगल यह कारण नम्बर के अनुसार है.
मंगल केतु को आपस मे मिलाने से पवन पुत्र हनुमान जी का रूप सामने आजाता है।
खोजबीन से सम्बन्धित काम।
रक्षा से सम्बन्धित काम।
सेवा सम्बन्धी काम।
धर्म और संस्कृति से जुडे काम।
तकनीकी और औषिधि से सम्बन्धित काम।
इन कामो मे जातक को अपने भाग्य को अंजवाना चाहिये।

12 comments:

  1. aashish tripathi se kya maloom padta hai guru ji jara batay

    ReplyDelete
  2. आशीष त्रिपाठी मे सात अक्षर और पांच मात्रायें मिलती है,कुल संख्या अरसठ की संख्या आती है व्यवसाय के लिये शुक्र और शनि की युति मिलती है.
    शुक्र भौतिक संपदा का कारक है तो शनि अचल संपत्ति का कारक है.
    शुक्र सजावटी कार्यों का मालिक है तो शनि हमेशा के लिये.
    शुक्र और शनि दोनो मिलकर नकली बुध भी बन जाते है इसलिये बोलने वाले कार्यों ज्योतिष गणित खरीद बेच करना और व्यापारिक कार्य करना कम्पयूटर आदि के प्रोग्राम बनाना भी माना जाता है.
    शुक्र वाहन तो शनि कार्य यानी वाहनो वाले कार्य भी माने जा सकते है.

    ReplyDelete
  3. Guru ji parnam,
    mein ravindar dilli se ,humsa aap ka blog padta hun .guru ji aksharo ko 9 se hee kyun multiply kyun guru ji ye batane ki kirpa kare aur guru ji ho sake to ank shastra ka pura gyan pardaan karne ki kirpa kare .

    aap ka shubchintak
    ravindar kumar

    ReplyDelete
  4. नाम मे अक्षर क्रिया और मात्रा शक्ति होती है,मात्रा क्रिया मे जब पराक्रम मंगल का समावेश होता है तो कार्य का रूप निकलता है,मात्रा केवल भावना को जोडने और शक्ति को स्पष्ट करने के लिये मानी जाती है,कार्य शक्ति यानी जो जीवन मे किया जाना है उसके लिये ही केवल नौ का गुणा किया जायेगा,विस्तार से कभी जरूर इस अंक विद्या के बारे मे लिखूंगा,रवि जी पढते रहिये.

    ReplyDelete
  5. प्रिय विश्वास कहा तो उजवल ही जायेगा,इस नाम मे उ अक्षर स्वर या मात्रा श्रेणी मे चला जायेगा और बाकी के अक्षर व्यंजन श्रेणी मे चले जायेंगे,उतसव मे भी यही प्रयोग लेना पडेगा,अमर मे भी यही प्रयोग लेना पडेगा,यानी स्वर से शुरु होने वाले सभी नामो में पहला अक्षर मात्रा माना जायेगा और बाकी के व्यंजन माने जायेंगे.

    ReplyDelete
  6. guru ji sadar pranam, naam janm rashi se rakhna chahiye ya apne man se koi bhi. konsa sahi rehta hai.

    ReplyDelete
  7. Guru ji parnam ,
    mein ravindar dilli se

    Guru ji aap ko kust de raha hun ,kirpa kar karke mera naam ka bhi ..... batane ki kirpa kare

    ReplyDelete
  8. mera pura naam ravindar kumar hai guru ji kirpa kare ....

    ReplyDelete
  9. प्रेम जी नाम प्रकृति रखती है,हम बच्चे का नाम कितनी ही सोच समझ कर रखे लेकिन जिस समय नाम का चलना होता है उसी समय कोई न कोई आकर अपनी बात को सामने रख देता है या ख्याल ही आजाता है,और नाम शुरु हो जाता है,विश्वास जी अंक सात के लिये राहु को माना गया है,रवि जी अपने नाम के लिये क्या पूंछना है उसके प्रति सवाल लिखे.

    ReplyDelete
  10. गुरु जी को प्रणाम ! मैं शक्ति शिरोमणि शुक्ला मेरी जन्म तारीख २८ जुलाई १९८० समय ५:१५ सायं स्थान कानपूर उत्तर प्रदेश हैं. मेरी कुण्डली में द्वितीय भाव में केतु एवं चन्द्र की युति है तथा अष्टम भाव में सूर्य एवं राहू की युति होने से दोनों ही भावों में ग्रहण योग बन रहा है. एवं दशम भाव में मंगल एवं शनि एक साथ बैठे हैं. में व्यापार करता हूँ जो की बंदी की कगार पर हैं. गुरूजी से प्रार्थना हैं की मेरा उचित मार्ग दर्शन करें?

    ReplyDelete
  11. Guru Ji sadar parnam; mere ladke ka Nam Harsh h,eske bare m kch btane ki kripa kre,or janam kundli k anusar bacche kaa Nam Chaitanya nikala th lekin Harsh hi jyada bolte h.dono Nam mei sai konsa Nam acha rhega guru ji birth date. 21 January2002 time 17:15 PM h.

    ReplyDelete