Thursday, March 22, 2012

विक्रमी संवत २०६९

विक्रमी संवत की शुरुआत दिनांक 23 मार्च 2012 को सुबह 05:58:00 मे हो रही है,शुरु होने की लगन कुंम्भ है और चन्द्रमा मीन राशि मे है। लगनेश शनि नवे भाव मे है,जनता के घर मे केतु विराजमान है,कार्य के घर मे राहु की स्थिति है.पंचमेश और अष्टमेश बुध वक्री होकर दूसरे भाव मे है,शनि लगनेश भी है और बारहवे भाव के मालिक भी वक्री होकर जनता के भाग्य मे विराजमान है.कार्य और हिम्मत के मालिक मंगल वक्री है।सूर्य मीन राशि मे है।
संवत के फ़ल के अनुसार कुम्भ राशि वाले शरीर और अपने पूर्वजो की मान्यता मे अधिक विश्वास करेंगे,मीन राशि वाले धन और एक काम को छोड्कर दूसरे कामो को पकडने के लिये मानस बनाकर चलेंगे,मेष राशि वाले अपने पराक्रम को शन सम्पत्ति शादी विवाह और सन्तान आदि के लिये अपनी मनोकामना पूरी करेंगे वृष राशि वाले घरेलू कामो की जिम्मेदारी सम्भालने के लिये अपनी योग्यता का परिवचय देंगे अपने व्यापार को करने के लिये भी अपनी योग्यता को प्रस्तुत करेंगे,मिथुन राशि वाले जातक प्रेम प्यार किये गये कार्यों को दुबारा करने से तथा मनोरंजन की दुनिया मे अपने नाम को कमाने लग जायेंगे कर्क राशि वाले कर्जा दुश्मनी बीमारी पिता की तकलीफ़ो और मानसिक दिक्कत मे रह सकते है,सिंह राशि वाले कहने को तो साझेदारी मे काम कर सकते है लेकिन दिमाग मे कनफ़्यूजन रहने और घर मे मौत जैसे सन्नाटे से दिक्कत उठा सकते है खुद काम करने वाले स्थान मे ही कई प्रकार के इन्फ़ेक्सन भी समझ मे आ सकते है। कन्या राशि वाले अपमान जोखिम मृत्यु जैसे कष्ट भोग सकते है,पारिवारिक जिम्मेदारियों भी कई प्रकार की दिक्कत का सामना करना पड सकता है किसी पारिवारिक व्यक्ति की हानि भी हो सकती है,तुला राशि किसी प्रकार की हाथ बढाकर ली गयी आफ़त को गले लगा सकते है अदालती कार्यों मे या पारिवारिक अथवा पैत्रिक जायदाद के चक्कर मे भी जा सकते है किसी प्रकार का मान हानि का कारण भी बन सकता है। वृश्चिक राशि के जातक कहने को तो कार्य बहुत अधिक करेंगे लेकिन अक्सर उनके कार्यों से राज सम्बन्धी परेशानी आ सकती है धनु राशि वाले मित्रो की वाहवाही मे समय को गुजारेंगे और उनके लिये जो भी कहा जायेगा वह केवल आदतो के अनुसार अपने को कवित्त रूप से प्रस्तुत करने के लिये अपनी कार्य योजना को प्रस्तुत करेंगे घर मे शादी विवाह का माहौल भी बन सकता है,मकर राशि वाले घूमने फ़िरने मे और व्यय करने मे सबसे अधिक आगे रहेंगे इस बार उनका एक स्थान पर रुकना और सीमित खर्चा करने का स्वप्न न के बराबर ही होगा।
देश मे दक्षिणी भाग मे पांच राज्यों मे राजनीति उठापटक बनी रहेगी,पूर्व भाग मे बडे बडे कारण उभर कर समाने आयेंगे और पुराने मामले बहुत ही बडे रूप मे उठाये जायेंगे। किसी बडे नेता की आकस्मिक मौत का भी समाचार पूरे देश मे एक प्रकार का तनाव पैदा करने वाला होगा। शमशानी शांति के लिये पूर्व के हिस्सो को भी माना जायेगा। उत्तर मे मिशनरी कार्य बहुत अधिक पैमाने पर होंगे और किसी प्रकार के विदेशी कालेजों के प्रति या आवासीय शिक्षा का रूप भी दो लोगो के द्वारा दिखाई देगा,सुप्रीम कोर्ट जैसे न्याय क्षेत्रो मे वाद विवाद की अधिकता से दो जज अपने फ़ैसलो को बहुत ही महत्व पूर्ण रूप मे दे सकते है,किसी सर्वोच्च पदाधिकारी की नियुक्ति के लिये दक्षिण अपनी पूरी ताकत को लगा देगा। कमन्यूकेशन के मामले  मे जो लोग धर्म का कार्य करते थे वे ही धर्म की आड मे अपने प्रकार से लूटने का काम करेंगे और इस प्रकार से धर्म ज्योतिष आदि से लोगो का विस्वास उठ जायेगा।

2 comments: