Saturday, December 31, 2011

शेयर बाजार और सोने में तेजी मंदी.2012

  • शेयर बाजार की तेजी शनि के वक्री होने के बाद होती है.आने वाली आठ फ़रवरी दो हजार बारह से शेयर बाजार में तेजी शुरु होगी और यह तेजी लगातार पच्चीस जून दो हजार बारह तक रहेगी।
  • शेयर बाजार की मन्दी शनि के मार्गी होने के दो माह बाद होती है इसलिये शेयर बाजार की मन्दी छ्बीस अगस्त दो हजार बारह से शुरु होगी,लेकिन बाकी की ग्रह युति इस साल में शेयर बाजार मे लगातार तेजी को बनाये रखने के लिये अपनी युति को प्रदान करेगी,जैसे बुध वक्री,शनि मंगल का साथ शानि राहु का साथ शेयर बाजार को तेज रखता है.
  • वक्री बुध शेयर बाजार में तेजी लाता है इसलिये 15 जुलाई 2012 से तेजी शुरु होगी और 9 अगस्त 2012 तक तेजी रहेगी.
  • शनि मंगल का साथ आने वाले 15 अगस्त 2012 से होगा,शनि मंगल की यह युति 28 सितम्बर तक रहेगी.
  • सात नवम्बर दो हजार बारह से बुध वक्री होगा,इस समय से भी तेजी होने का आसार है,जो सत्ताइस नवम्बर दो हजार बारह तक तेजी को रखने के लिये कायम होगा.आगे शनि राहु की युति शेयर बाजार को तेज रखने के लिये अपने प्रभाव को जारी रखेगी.
  • बुध अस्त समय मे मन्दी का कारक होता है.
  • मंगल के वक्री होने के समय सोने में तेजी आती है,यह समय 24 जनवरी 2012 से शुरु होगा और सोना चढता चला जायेगा,यह तेजी आने वाले 14 अप्रैल 2012 तक लगातार जारी रहेगी.

7 comments:

  1. गुरुजी नववर्ष की शुभकामनाएं..आशा है आगे भी आपसे इसी प्रकार ज्ञान मिलता रहेगा.

    प्रणाम

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  2. खुश रहो मजे करो,और कोई बात हो तो जोशी जी बता देना.

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  3. लगा हुआ हूँ प्रयास में गुरुजी..पर दिल्ली में दाल गलती नहीं दिख रही...अच्छा होता के आपसे मुलाकात हो पाती..सब माई की इच्छा.

    आशीर्वाद दें

    प्रणाम

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  4. GURU ,G, AGAR AAP MUJE AAPNI SARAN DEVE TO MAIN AAP SE BHUT KUCH GYAN PANA CHATA HUI.UMMEED KARTA HU AAP JAWAB JARUR DENGE.

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  5. विनोद जी जो भी लिखा जाता है उसे आप पढते रहिये,मुझे विश्वास है कि आप जल्दी ही सीख सकते है.धन्यवाद.

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  6. गुरुवर को सादर चरण स्पर्श, मेरा व्यक्तिगत अध्ययन है की जब तक आप शेयर मार्केट में राहू को ओपरेट करने देंगे तब तक लाभ और हानि की सम्भावनायं पचास-पचास प्रतिशत की होती हैं.आप ही से सीखा है की राहू भ्रम की स्थिति उत्पन्न करता है.ऐसे में मैं जनता हूँ की भरम की अवस्था में आप अंदाजे लगाने लगते हैं. अंदाजे सही भी होते हैं और गलत भी.बेहतर हो की शेयर मार्केट में काम करने वाले जातक अपने मंगल को अधिक विस्तार दें.अपने स्वाभाव के अनुसार मंगल तुरंत निर्णय,सदा सजग ,चौकन्ना रहकर भावों के अधिक विस्तार को रोकेगा.सजग रहकर आप बेहतर निर्णय लेने की अवस्था में होते हैं.
    साथ ही बुध के प्रभाव को ध्यान में रखना भी आवश्यक है.आखिर ये सारा खेल जिस रुपैये को लेकर खेला जाता है वो परिचायक तो बुध ही का है.क्या मैं सही राह पर हूँ प्रभु?

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  7. धन शुक्र है बुध धन की छाप है,गुरु उसकी कीमत है,सूर्य राजकीय नियंत्रण है,मंगल उसका तकनीकी रूप से विकसित करने का काम है,चन्द्रमा प्रचलन में है,केतु खाली स्थान है और राहु भरने वाला कारक है,जिस ग्रह के साथ होगा उसे केतु खाली करेगा और राहु जिस स्थान और ग्रह के साथ होगा उसे उसी प्रभाव से भरेगा.दूसरे का चौथा पंचम,पंचम का चौथा अष्टम,अष्टम का चौथा ग्यारहवां भाव,धन के व्यापार से देखा जाता है,अगर केतु इन स्थानो मे है तो इन भावो को खाली करेगा और इसके विपरीत वाले भाव राहु के बल से भरने का काम करेंगे,बाकी के ग्रह अपने अपने अनुसार शक्ति देंगे.नकद पूंजी दूसरे भाव से पंचम की बुद्धि से व्यवसाय का रूप और स्थान लेकर अष्टम की जोखिम से लाभ वाले स्थान की पूर्ति और इनसे एक घर भी आगे निकल गये तो हानि का घर ही सामने आयेगा.खुश रहो मजे करो.

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