एक पांच साल की कन्या ने अपने खेल खेल मे ऊन के बचे हुये धागो से एक शक्ल जमीन पर बना दी,बाकी के लोग तो अपनी अपनी कह कर बहुत अच्छी ड्राइंग है बहुत अच्छी कलाकारी है कहकर दूर हो गये जब मेरी नजर इस कलाकारी पर पडी तो पैरों के नीचे की जमीन खिसक गयी,इस चित्र को सीधा देखने पर एक ऋण का निशान दिखाई दे रहा है उस ऋण के निशान के नीचे दो धन के निशान बने है,जो सफ़ेद रंग के है और तीसरा बडा धन का निशान बना है जो लाल रंग का है,लेकिन बडे धन के निशान को कत्थई रंग के धागे ने गोलाई में ढक रखा है और सीधा देखने पर इस लाल धन के निशान के नीचे दोनो धन ऋण रूपी जमीन पर उसी प्रकार से स्थापित है जैसे किसी को छाता के नीचे आश्रय मिला हुआ हो। इसके अलावा एक तस्वीर और भी बनती है जो लाल धन के निशान को धनुष का रूप और तीर का निशान भी बनता नजर आ रहा है जो दोनो सफ़ेद रंग के धन के ऊपर के कत्थई रंग के ऋण के निशान को बेधता नजर आ रहा है। इस निशान के बनाने के बाद मेरे घर के पीछे एक हादसा हो गया,दो भाई एक ही घर मे रह रहे है,उस घर मे बडा भाई ऊपर की मंजिल मे और छोटा भाई नीचे की मंजिल मे रह रहा है। यह मकान नाले के किनारे है,ऊपर जो बडा भाई रह रहा था उसकी किसी औरत से प्रेम हो गया और वह रात को अपना घर छोड कर चला गया। उसकी औरत अपने दो बच्चो के साथ अकेली रह गयी और कुछ समय बाद जो छोटा भाई नीचे रह रहा था वह मकान को कब्जे मे लेने के कारण उस औरत को रात दिन सताने लगा,वह औरत अपने बच्चो के लिये भीख मांगने का काम करने लगी,और जैसे भी हो वह अपने परिवार को चलाने की कोशिश करने लगी। लेकिन अधिक दिन नही निभ पायी वह घर छोड कर चली गयी। मेरे मकान के पीछे ही एक मकान और है उसके अन्दर भी दो ही भाई रह रहे है और दोनो भाइयों की माँ तो पहले ही गुजर गयी थी दोनो आधे आधे हिस्से मे अपनी अपनी पत्नी के साथ रह रहे है,उन दोनो मे से एक बहुत अधिक बीमार अचानक हो गया और वह काफ़ी दिन अस्पताल मे रहने के बाद वापस तो घर आया है लेकिन वह काम धन्धा करने लायक नही है अभी तो उसके ससुराल वाले उसकी हिफ़ाजत कर रहे है आगे देखते है क्या होता है। इस बात का पूरी तरह से इस चित्र से जब अनुमान लगाया तो समझ मे आया कि ऊपर से जो लाल धनुषाकार धन का निशान है,उससे एक तीर का निशान कत्थई रंग के निशान पर है,दोनो धन के निशान अलग अलग उस तीर वाले निशान ने कर दिये है यानी दोनो धन के निशान जो सफ़ेद रंग के है उनके बीच मे लाल रंग का तीर आ गया है। काले धागे को नाला माना जाये तो दोनो धन के निशान दोनो घरो के है और दोनो घरो में दो दो भाई रहने के अनुसार दोनो मे से एक एक की हैसियत खराब हो गयी है। मेरा घर बिलकुल एकान्त मे है और किसी प्रकार का शोर आदि नही है,पूजा पाठ ध्यान समाधि मे खूब मन लगता है और जब भी मन आता है समाधि लगा सकता हूँ। इस निशान के बनने के बाद मेरे आगे के मकान को छोड कर उसके आगे की गली के बाद दो प्लाट एक ही मालिक के थे,वह मालिक अपने दोनो प्लाट एक व्यक्ति को बेच कर चला गया। उसके बीच मे दो प्लाट और है और उसके बाद का भी प्लाट का मालिक उसी समय मे अपने प्लाटों को बेच कर चला गया। जिन्होने प्लाट खरीदे थे उन्होने रातो रात काम करने के बाद बडे बडे हाल बनवाये और एक ने लोहे की अलमारी बनाने का कारखाना बना लिया और एक ने कूलर की बाडी बनाने का कारखाना बना लिया। दोनो ही खरीददार जाति से मुसलमान है। लाल रंग के धन के निशान को कत्थई रंग के धागे से गोलाई मे धनुष की तरह से कवर किया है। वर्तमान मे राहु वृश्चिक राशि का है और इस राशि का रंग के हिसाब से भी कत्थई रंग ही है। धनुष का आधा हिस्सा कत्थई रंग ने अपने मे समा लिया है। अब हालत है कि दिन के समय किसी प्रकार से पूजा पाठ ध्यान समाधि आदि ले ही नही सकता हूँ,रात के समय ही ध्यान आदि की बात जैसे ही मन मे आती है वैसे ही घर के पीछे से दोनो घरो से चीखने चिल्लाने की आवाजे आती है। एक घर के बाहर आकर रात की ठंड मे वह औरत आकर चिल्लाती है और दूसरी तरफ़ वह भाई अपने दर्द से चीखता चिल्लाता है। दोनो अगर किसी प्रकार से चुप रहते है तो कुछ मुसलमान लोगों ने उसी नाले के किनारे आकर अवैद्य कब्जा करने के बाद रहने के स्थान बना लिये है और वे रात को अपने अपने अनुसार डैक और फ़ुल आवाज मे स्पीकर से गाने सुनते है।
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