ज्योतिष से जीवन के रहस्य खोलने के लिए जन्म समय के अनुसार कुण्डली बनाना जरूरी होता है,अक्सर कुंडली बनाने के बाद उसके अन्दर भावो के अनुसार ग्रहों का विवेचन कैसे किया जाता है इस बात पर लोग अपने अपने ज्ञान के अनुसार कथन करते है,कई बार तो मैंने देखा है की कुंडली देखते ही कहना शुरू कर देते है की यह बात है इस बात का होना यह बात हुयी है लेकिन जो कुंडली को पूंछने के लिए आया है वह अपनी बात को कह ही नहीं पाया और तब तक दूसरे का नंबर आ गया,अपनी कुंडली को अपने आप जब तक पढ़ना नहीं आयेगा तब तक जीवन के भेद आप अपने लिए नहीं खोल पायेंगे,हर व्यक्ति के लिए तीन बाते जरूरी है की वह अपने समय को पहिचानना सीखे उसके बाद अपनी बात को दूसरे को समझना सीखे और तीसरी बात है की जब दुःख या कष्ट का समय है बीमारी है तो उसका अपने आप ही इलाज करना सीखे.समय को सीखना ज्योतिष कहलाता है और अपनी बात को समझाने की कला को मास्टर के रूप में जाना जाता है तीसरी बात जीवन के अन्दर आने वाली बीमारियों को दूर करने के लिए वैद्य का होना भी जरूरी है,बाकी के काम जो जीवन में अपने लिए जरूरी है वे केवल कमाने खाने के लिए और लोगो के साथ रहने तथा आगे की संतति को चलाने से ही जुड़े होते है.ज्योतिष के अनुसार जब भेद खोले जा सकते है तो क्यों न भेद को खोल कर अपने हित के लिए देखा जाए और जो दिक्कत आने वाली है उसका निराकारण खुद के द्वारा ही कर लिया जाए तो कितना अच्छा होगा.आज कल कुंडली बनाने के लिए ख़ास मेहनत नहीं करनी पड़ती है कुंडली को बनाने के लिए बहुत से सोफ्ट वेयर आ गए उनके द्वारा अपनी जन्म तारीख और समय तथा स्थान के नाम से आप अपनी कुंडली को आसानी से बना सकते है.
उपरोक्त कुंडली में नंबर लिखे हुए और भावो के नाम लिखे है तथा ग्रहों के नाम लिखे हुए है.नंबर राशि से सम्बंधित है जैसे लगन जिस समय जातक का जन्म हुआ था उस समय तीन नंबर की राशि आसमान में स्थान ग्रहण किये हुए थी,एक नंबर पर मेष दूसरे नंबर की वृष तीसरे नंबर की मिथुन चौथे पर कर्क पांचवे पर सिंह छठे नंबर की कन्या सातवे नंबर की तुला आठवे की वृश्चिक नवे की धनु दसवे की मकर ग्यारहवे की कुम्भ और बारहवे नंबर की राशि मीन होती है.इसी प्रकार कसे लगन जो पहले नंबर का भाव होता है उसके अन्दर जो राशि स्थापित होती है वह लगन की राशि कहलाती है जैसे उपरोक्त कुंडली में तीन नंबर की मिथुन राशि स्थापित है.इससे बाएं तरफ देखते है चार नंबर लिखा है,इसी क्रम से भावो का रूप बना हुया होता है.पहले भाव को शरीर से दुसरे को धन से तीसरे को हिम्मत और छोटे भाई बहिनों से चौथे नंबर को माता मन मकान और सुख से पांचवे को संतान शिक्षा और परिवार से छठे भाव को दुश्मनी कर्जा बीमारी से सातवे नंबर के भाव को जीवन साथी पति या पत्नी के लिए आठवे भाव को अपमान मृत्यु जान जोखिम नवे को भाग्य और धर्म न्याय विदेश दसवे को कर्म और धन के लिए किये जाने वाले प्रयास ग्यारहवे को लाभ और बड़े भाई बहिन दोस्त के लिए बारहवे को खर्च और आराम करने वाले स्थान के नाम से जाना जाता है.
ग्रह तीन प्रकार के होते है एक अच्छे दुसरे खराब और तीसरे अच्छे के साथ अच्छे और खराब के साथ खराब.खराब ग्रहों में सूर्य मंगल शनि राहू केतु को माना जाता है अच्छे ग्रहों में चन्द्र बुध शुक्र और गुरु को माना जाता है लेकिन बुध और चन्द्रमा के बारे में माना जाता है की बुध जिस ग्रह के साथ होता है और अधिक नजदीक होने पर वह उसी ग्रह के अनुसार अपने काम करने लगता है तथा चन्द्रमा के बारे में कहा जाता है की वह शुक्र पक्ष की अष्टमी से पूर्णिमा तक बहुत अच्छा होता है तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी से अमावस्या तक बहुत खराब होता है बीच के समय में सामान्य अच्छा या बुरा फल देने वाला होता है.
कुंडली को पढ़ने के लिए सबसे पहले तीन बाते ध्यान में रखनी पड़ती है पहली तो ग्रह का स्थान दूसरा ग्रह के द्वारा कहाँ से प्रभाव लिया जा रहा है तीसरा ग्रह किस ग्रह के साथ बैठ कर क्या फल ग्रहण कर रहा है.इसके अलावा जो पांच बाते इसी के अन्दर आती है उनके अन्दर कुंडली में धन कहा है,कुंडली में खराब स्थान कहाँ है कुंडली में राज योग कहा है,कुंडली में ग्रह एक दूसरे को कहाँ एक दूसरे के बल को ग्रहण कर रहे है,और आखिर में देखा जाता है की कुंडली के अन्दर विशेषता क्या है?
उदाहरण के लिए उपरोक्त कुंडली को देखे,मिथुन लगन की कुंडली है इस लगन का मालिक बुध है,इसी प्रकार से हर राशि का अपना अपना मालिक होता है,जैसे लगन में मिथुन है तो उसका मालिक बुध है धन भाव में कर्क है तो इसका मालिक चन्द्रमा है तीसरे भाव में सिंह राशि है तो इसका मालिक सूर्य है चौथे भाव में कन्या राशि है तो इसका मालिक भी बुध है पंचम भाव में तुला राशि है तो उसका मालिक शुक्र है छठे भाव में वृश्चिक राशि है तो उसका मालिक मंगल है सप्तम में धनु राशि है इसका मालिक गुरु है अष्टम में मकर राशि है तो उसका मालिक शनि है नवे भाव में कुम्भ राशि है तो उसका मालिक भी शनि है दसवे भाव में मीन राशि तो उसका मालिक भी गुरु है लाभ भाव यानी ग्यारहवे भाव में मेष राशि है तो इसका मालिक भी मंगल है,बारहवे यानी खर्च के भाव में वृष राशि है तो उसका मालिक भी शुक्र है,इस प्रकार से सूर्य और चन्द्रमा के अलावा सभी ग्रहों की राशिया दो दो है.इन दो दो राशियों का भी एक गूढ़ है,एक राशि तो केवल सोचने वाली होती है और दूसरे राशि करने वाली होती है,जैसे बुध की मिथुन राशि तो सोचने वाली है और कन्या राशि कार्य को करने वाली है,उसी प्रकार से शुक्र की तुला राशि तो सोचने वाली होती है और वृष राशि करने वाली होती है गुरु की धनु राशि तो करने वाली होती है मीन राशि सोचने वाली होती है शनि की कुम्भ राशि तो सोचने वाली होती है और मकर राशि करने वाली होती है.वैसे चन्द्रमा के बारे में भी कहा जाता है की वह कृष्ण पक्ष में नकारात्मक सोच देता है तो शुक्ल पक्ष में सकारात्मक सोच देता है.सूर्य के बारे में भी कहा जाता है की वह दक्षिणायन यानी देवशयनी एकादशी से देवोत्थानी एकादसी तक नकारात्मक प्रभाव देने वाला होता है और अलावा में सकारात्मक प्रभाव देने वाला होता है.
इस कुंडली में बुध जो लगन का मालिक है वह जातक के बारे में बताता है की जातक धर्म न्याय और क़ानून के घर में है,यानी जातक का जन्म जहां हुआ है वह धर्म न्याय और क़ानून के लिए जाना जाता होगा.इसके अलावा ग्यारहवे भाव में चन्द्रमा है,चन्द्रमा मेष राशि का है मेष राशि पुरुष ग्रह मंगल की राशि है,चन्द्रमा को राहू मंगल का बल लेकर सप्तम भाव से देख रहा है,राहू जिस भाव में जिस ग्रह के साथ होता है उसी का बल प्रदान करता है,राहू ने मंगल का बल लेकर चन्द्रमा को दिया है यानी जातक के कई बहिने है भाई है,राहू अपनी पहिचान नहीं देता है,केवल ग्रहों की पहिचान देता है,मंगल चन्द्र बुध केतु राहू के साथ है यानी राहू ने अपनी पांच दृष्टियों से चार को काम में लिया है.पहली दृष्टि जहां वह विराजमान है,दूसरी वह तीसरी दृष्टि से बुध को देख रहा है पंचम दृष्टि से वह चन्द्रमा को देख रहा है और सप्तम दृष्टि से वह केतु को देख रहा है.जातक के धन भाव को अष्टम स्थान से सूर्य गुरु और शुक्र देख रहे है,सप्तम से मंगल भी देख रहा है.जातक के छोटे भाई बहिनों के घर को बुध देख रहा है जातक के माता मन मकान को अष्टम में विराजमान गुरु देख रहा है,जातक के संतान शिक्षा और परिवार भाव को चन्द्रमा और केतु दोनों देख रहे है.जातक के कर्जा दुश्मनी बीमारी के भाव को बारहवा शनि देख रहा है,जातक के जीवन साथी के भाव में मंगल और राहू विराजमान है तथा केतु भी देख रहा है,जातक के अपमान मृत्यु और जान जोखिम के भाव के अन्दर सूर्य गुरु और शुक्र विराजमान है जातक के नवे भाव में बुध विराजमान है और केतु लगन से तथा बारहवे भाव से शनि की वक्र दृष्टि भी इस भाव पर आ रही है,जातक के कार्य भाव को केवल मंगल देख रहा है,तथा अष्टम का गुरु भी देख रहा है,जातक के लाभ भाव में चन्द्रमा है और चन्द्रमा को राहू मंगल की शक्ति को लेकर देख रहा है,जातक के खर्चे के भाव में शनि विराजमान है साथ ही गुरु अष्टम भाव से इस भाव को देख रहा है.इस प्रकार से ग्रहों की स्थिति और ग्रहों की निगाह को देखा जाता है,मंगल अपने स्थान और अपने स्थान से चौथे भाव में सप्तम भाव में तथा अष्टम भाव में देखता है,गुरु राहू केतु अपने स्थान अपने से तीसरे स्थान पंचम स्थान सप्तम स्थान और नवे स्थान को देखते है,शनि अपने स्थान और अपने स्थान से तीसरे स्थान सप्तम स्थान और दसवे स्थान को देखता है.सूर्य चन्द्र बुध शुक्र केवल अपने से सातवे स्थान को ही देखते है.जो ग्रह द्रश्य स्थान को देखता है उस स्थान पर अपना असर छोड़ता है और उस स्थान का प्रभाव उस ग्रह के अन्दर भी शामिल होता है.छठे भाव के ग्रह कर्जा दुश्मनी बीमारी पालने वाले होते है और ब्याज आदि से खाने वाले होते है,अष्टम के ग्रह गुप्त रूप से परेशान करने वाले होते है और जो भी भाग्य से धर्म से कमाया जाए उसे किसी न किसी रूप से खा जाते है.बारहवे भाव के ग्रह किसी न किसी कारण से खर्च करवाने वाले होते है.लेकिन छः आठ बारह में खराब ग्रह लाभ देने वाले होते है और अच्छे ग्रह परेशान करने वाले होते है.अगर अच्छे ग्रह छः आठ भारह में वक्री हो जाए तो अच्छा फल देने वाले होते है और खराब ग्रह अगर छः आठ बारह में वक्री हो जाए तो और भी खराब हो जाते है.जो ग्रह स्थान परिवर्तन कर लेते है यानी अपनी राशि को छोड़ कर एक दूसरे की राशि में बैठ जाते है वे भी समय पर अपने फलो को बदलाने के लिए माने जाते है.
Mera naam Mayank hai mera DOB 24.07.1972 hai time 03.33 am place Bikaner hai maine aapke bahut sare blog pade hai padkar man ko bahut sakun milta hai kyoki aapke real mai bahut achha gyan hai ish field. Kripya muje bhi ek upay bata dijye taki mai bahut sara dan kama kar nyay priya logo ko ek samuh bana saku aur logo ko ye dikha saku ki ye log sahi raste par chalne wale hai aur bhagwan ko manne wale hai ishliye sukhi aur anand ka jeevan jee rahe hai.Jaisa ki avtar film mai rajesh khana karta hai vaise hi logo ki seva karna ka mera man hai.Please toda samay nikal kar mera marg darshan keejeyega.Mob.9602212880
ReplyDeleteGURU,G, BHAUT ACHA LAGA.KIRPA AUR BHI ASE LEKH DEVE. PARANAM
ReplyDeleteGURU JI CHARAN PARNAAM
ReplyDeleteGURU JI MEREE KUNDLI DEKH KAR BTAYEIN KI MERA ARMY MAI JANE KA YAG HAI YA NAHIN ?
GURU JI MEREE KUNDLI MAI SHANI 2 HOUSE MAI HAI KYA YEH MERE KO TOTAL 19 SAAL MONEY RELATED PROBLEM DEGA YA KUCH TIME BEECH MAI THEEK HAI ?
NAME -RAHUL DEV
DATE OF BIRTH - 15 MARCH 1989
BIRTH PLACE - HAMIRPUR (HIMACHAL PRADESH)
BIRTH TIME- 12:42 AM (RAAT KE 12 BEJ KAR 42 MIN.)
GURU JI CARRER KE BARE MAI BTAYEIN KAB TAK NAUKARI LAGEGI ?
BDI KRIPA HOGI
PARNAAM
राहुल देव जी कुंडली आपकी वृश्चिक लगन की है,लगनेश गुरु मंगल के साथ सप्तम भाव मे शुक्र की राशि वृष मे विराजमान है,गुरु धनेश भी है और गुरु पंचमेश भी है लगनेश मंगल नौकरी आदि के मालिक भी है.कुंडली को अगर लालकिताब की नजर से देखें तो धन भाव के शनि को उखाड कर फ़ेंकने के लिये यह सप्तम के गुरु मंगल अपना काम कर रहे है,कार्य भाव का केतु पंचम मे विराजमान सूर्य को उखाडकर फ़ेंकने का काम कर रहा है,यही केतु गुरु मंगल के साथ विश्वासघात भी कर रहा है गुरु मंगल चौथे भाव में विराजमान व्ययेश और सप्तमेश शुक्र अष्टमेश और लाभेश बुध के साथ साथ राहु के साथ विश्वासघात कर रहे है.पंचम का सूर्य धन भाव मे विराजमान शनि के साथ विश्वासघात कर रहा है,अष्टम मे विराजमान चन्द्रमा जो धर्म का कारक है भाग्य का कारक है वह पंचम स्थान के सूर्य को जो कार्य का मालिक है विश्वासघात कर रहा है. इस इस कुंडली मे जीवन का उद्देश्य कहीं का कहीं पहुंचना मिलता है और समय के अनुसार सोच मिलती है.शनि न्याय की राशि मे है और केतु कार्य की राशि मे है,शनि नगद धन की राशि मे है और केतु नगद धन की जल्दी प्राप्ति के लिये कार्य की राशि मे है,केतु सिंह राशि मे है इसलिये जो भी कार्य सरकारी रूप से शनि न्याय के अनुसार किये जाते है उनके अन्दर विश्वास करता है,लेकिन जो भी कार्य होते है वह केवल सहायता के लिये ही होते है,कारण यह केतु गुरु यानी धन और शिक्षा तथा लगन यानी शरीर और नौकरी आदि के मामले मे अपनी बाधा प्रस्तुत करने के कारण विश्वासघाती बन रहा है.केतु पिता के कार्यों के स्थान पर भी है,यह पिता के द्वारा उन कार्यों को करना बता रहा है जो कार्य धन से सम्बन्धित होते है,और धन भी मंगल की उपस्थिति से नगद रूप मे या तो न्याय वाले कार्यों की काट करने मे या शिक्षा विदेश आदि रक्षा सेवा आदि के रूप मे उनकी बाधाओं को कन्ट्रोल करने की एवज मे प्राप्त किया जाता है.इसी बात को अगर आप अपने लिये सोचते है तो केतु जो वर्तमान में मंगल के साथ गोचर मे है वह कार्यों मे रक्षा सेवा के लिये अपनी सोच को पैदा कर रहा है,पिछले समय मे इसी केतु ने यात्रा और विदेश से जुडे ब्रोकर जैसे काम सोचने के लिये अपनी युति दी थी,जनवरी के बाद यही केतु न्याय वाले कामो अथवा विदेश से जुडे कामो अथवा प्रापर्टी आदि की कानूनी डीलिंग के लिये अपनी सोच को प्रकट करने लगेगा,इस केतु को जो लगातार परेशान करने के कारण है जो इस केतु को सफ़ल नही होने दे रहे है वे केवल चौथे भाव मे बैठे राहु शुक्र और बुध ही माने जा सकते है,जो सभी सुखों को घर से ही प्रदान करवा रहे है किसी बात की कमी नही होने दे रहे है ऊंचे ख्याल लाकर प्रेम प्यार और मनोरंजन शिक्षा के क्षेत्र एन जी ओ जैसे कार्यों के लिये सोच देकर जल्दी से गूढ प्रकार के कार्यों से औकात को बढाकर धन को प्राप्त करने के लिये अपनी सोच को पैदा कर रहे है,यह सभी कारण दिमाग को मन को एक निश्चित स्थान पर नही टिकने दे रहे है.साथ यह सभी कारण मित्रो की श्रेणी मे गुणित रूप से बढावा कर रहे है जहां एक की जरूरत होती है वहां कई मित्र एक साथ इकट्ठे हो जाते है,शुक्र राहु चमक दमक बुध राहु अनुमानित गणित यानी ज्योतिष आदि के प्रति लगाव भी देने के लिये माने जाते है शुक्र राहु कम्पयूटर की द्रश्यावलिया और बुध राहु सोफ़्टवेयर आदि की अच्छी जानकारी देने के बाद जो टारगेट है उसे जल्दी से धन को प्राप्त करने की सोच को पैदा कर रहे है.इस केतु के लिये जो उपाय है वे एक तो सहायता जो बिना सोच के की जाती है,दूसरे अपने भविष्य की चिन्ता नही करने के बाद ऊंची राजनीति के बल पर इस केतु से काम लिया जाता है आदि बातो को धीरे धीरे छोडने के बाद धन को गौढ रूप नही देने के बाद ही अपने को उतरोत्तर तरक्की के लिये प्रयोग मे लाया जा सकता है.
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ReplyDeleteसंतोष जी आपका सूर्य राहु जो अष्टम का प्रभाव दे रहा है वही आपको डाक्टरी लाइन मे और सरकारी सेवा मे जाने का संकेत दे रहा है लेकिन मंगल की तकनीक को भी साथ रखना जरूरी है.
ReplyDeleteमंगल की तकनीक पंडितजी कुच नही समजा .
ReplyDeleteअष्टम सूर्य राहु के लिये मंगल की तकनीक (मेष राशि) से मिलनी मानी जाती है और कुंडली मे मंगल के भाव और राशि का भी विचार साथ मे लिया जाता है सभी बातो को मिश्रित करने के बाद ही मंगल की तकनीक सामने आती है.राहु चन्द्र मंगल यह डाक्टरी मायने मे देखे जाते है लेकिन चन्द्रमा का बल आयुर्वेद मे ले जाने के लिये भी देखा जाता है.शनि से जड केतु से तना और बुध से पत्ती राहु पानी वाले स्थान मे है तो हरी पत्तिया और राहु सूखे स्थान मे है तो सूखी पत्तियां मानी जाती है,फ़ूल को शुक्र और बुध दोनो से मिलाकर देखा जाता है.
ReplyDeleteशमा करे. दशमेश नीच है बुध . दशम भाव पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि न होने से सरकारी जॉब की आशा नहीं करनी चाहिए
ReplyDeleteबुध शुक्र.चंद्र सप्तम मै मंगल व्रीशाभ राशी मै है ravi राहू मेष राशी मै है जो अग्नी राशी है .
दशमेश शुक्र चन्द्र के सानिध्य मे है यह नही भूलना चाहिये कि बुध जिस ग्रह के सानिध्य मे होता है उसी की प्रकृति के अनुसार काम करना शुरु कर देता है,बुध नीच राशि मे हो और उससे अगली राशि मे सूर्य हो तो बुध साथ वाले ग्रहों के साथ का स्वभाव अपना कर छलिया जैसा काम करता है.भाग्य स्थान मे मंगल तीसरे स्थान और अष्टम स्थान का स्वामी हो तो उस ग्रह के अनुसार ही काम करने से व्यक्ति का जीवन सुखी रहता है,चूंकि तीसरा भाव पराक्रम का भी है और जगत मे दिखावे का है पहिचान भी तीसरे भाव से की जाती है,और जब तीसरे भाव का स्वामी नवम स्थान मे चला जाता है तो वह बुद्धि विवेक और न्याय से पूर्ण काम करने के बाद जो भी कार्य होते है वह किसी प्रकार की हिंसा को बचाने के होते है कष्टो से जन समुदाय के छुटकारे के लिये होते है,राहु जब सूर्य के साथ है तो अपने आप ही समझ लेना चाहिये जिस क्षेत्र मे राहु है और उससे अगली राशि मे मंगल है तो राहु बजाय नुकसान के फ़ायदा के कार्य देगा,अगर यही मंगल राहु के बारहवे होता तो यह नुकसान दायक भी हो जाता है और पिता तथा परिवार की आफ़तो का तांता लगा देता.राहु के दूसरे नियम के अनुसार है कि यह अपने से आगे वाले ग्रह से लेता है और पीछे वाले ग्रह को देता है जबकि अन्य ग्रह जो वक्री नही होते है वे पीछे वाले ग्रह से लेकर आगे के ग्रह को देते है,इसी प्रकार से यह राहु सूर्य की शक्ति को साथ लेकर ऊंची शिक्षा के क्षेत्र से डाक्टरी ज्ञान लेकर बुध शुक्र और चन्द्रमा को दे रहा है यानी बुध शुक्र चन्द्र तीनो ही आयुर्वेद के कारक बन जाते है जब यह मीन राशि मे तो चन्द्रमा का बल लेकर पराशक्तियों ज्योतिष आयुर्वेद आदि विषयों मे रुचि भी प्रदान करता है.अग्नि राशि मेष की तभी मानी जाती है जब एक पांच और नौ मे मेष राशि का रूप हो,जब मेष राशि पाताली कारणो मे है तो वह अग्नि राशि न होकर भस्म के रूप मे परिवर्तित हो जाती है.शायद समझ मे आ गया होगा.
ReplyDeleteshukra ,shani,rahi,ketu to vakri hai....
Deleteशुक्र वक्री है तो वह पुरुष जैसे काम करेगा शनि वक्री है तो वह बजाय मेहनत करने के बुद्धि से काम करेगा राहु केतु की सिफ़्त ग्रह के सामने की शक्ति से पीछे की शक्ति से और ऊपर की शक्ति पर निर्भर करेगा,जैसे कारक पर सूर्य की रोशनी ऊपर से है तो छाया का प्रभाव बहुत कम हो जायेगा.
Deleteguruji mai aap ko pranaam karta hu. agar koi ratna dharan karna ho. to kya gomedh sahi hoga. q ki budha aur guru neech hai kanya lagna mai guru ko marak dosh lagta hai. budh meean mai hone se kendradipati dosh. shukra hi rajyog karak hota hai. lekin dasha mai {2 and 9) house ka malak hone se marak bhi ho sakta hai. kya sahi hai. aap mera nidan kare.
ReplyDeleteअष्टम के ग्रह का रत्न धारण करने का मतलब होता है अष्टम के बल को बढाना,और अष्टम के ग्रह को कन्ट्रोल करने के ग्रह का रत्न धारण करने का मतलब होता है उससे फ़ायदा ले लेना। राहु अष्टम मे है और राहु को कन्ट्रोल करने के लिये केवल मंगल का ही रत्न या उपाय काम आता है,लेकिन मंगल जब भाग्य में बैठा हो तो रत्न मूंगा के साथ साथ मंगल की आराधना भी करनी जरूरी है। मैने पहले ही कहा है कि बुध जिस ग्रह के साथ होगा उसक असर धारण कर लेगा,अगर अकेला होगा तो अपनी नीच या उच्च की प्रकति को जाहिर करेगा,बुध के साथ जब उच्च का शुक्र है तो बुध उच्च के शुक्र की हैसियत को धारण कर लेगा,धन सम्पत्ति का कारक शुक्र है तो बुध बुद्धि का कारक है शन सम्पत्ति के लिये बुद्धि का प्रयोग करने का मतलब होगा उसे बढाते जाने इसके साथ ही मीन के शुक्र के समय में शादी के बाद पत्नी सम्पूर्ण जिम्मेदारी को अपने ऊपर ओढ लेती है साथ मे बुध होने से पत्नी की बहिन या पत्नी की बाहरी शक्तियों की जानकारी या पत्नी की कमन्यूकेशन की कला अपना असर देती है,चन्द्रमा के साथ होने से यात्रा या कबूतर बाजी में छल मिलता है इस बात का ध्यान रखा गया तो यही चन्द्रमा भी अपनी शक्ति को शुक्र से जोड सकता है शुक्र बुध और चन्द्रमा के पत्नी भाव मे होने से और जीवन भर की लडाइयों में इन्ही कारको से जूझने का मतलब होगा,पत्नी का सहयोग मिलना माता की मंत्रणा में रहना बहिन के सहयोग की अपेक्षा करना आदि। गुरु तभी अपना बुरा असर प्रदान करेगा जब मंगल की उपेक्षा करने के बाद गुरु (जीव) का अपमान करना ज्ञान और धर्म के साथ अपने खुद के समुदाय के साथ विश्वास घात करना आदि,वैसे भी जो ग्रह चौथे भाव का मालिक होता है वह अपनी प्रक्रुति माता जैसी रखता है,इसके बाद भी केन्द्र का मालिक होने से गुरु कभी भी तब तक परेशान नही करेगा जब तक बदचलनी न की जाये.शुक्र मारक तभी होता है जब शुक्र को आगे से रास्ता मिल जाये,शुक्र के आगे सूर्य और राहु के होने से वह अपनी किसी भी शरारत को नही कर सकता है इसके साथ ही शुक्र से जब मंगल तीसरे भाव मे होता है तो पत्नी भी कार्य और व्यवहार मे किसी भी आफ़त को कन्ट्रोल करने वाली होती है,काम अधिक करने वाली होती है बात कम करने वाली होती है.
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ReplyDeletepranam guruji,
ReplyDeletemera naam devendra h
dob-10dec1989 h,time-6p.m. approx,
m b.tech complete kr chuka hun..placement b ho gya h..lekin job krne ka man nahin krta h..andar bhatkav sa h..means apne ap ko nahin samjh pa raha hun..ki m kya chahta hun...ghar balon se b nahin banti h...kripya karke mere bhavisya and love life k bare m bataye
sir dob-10dec1988 h
ReplyDeleteदेवेन्द्र तुम्हारी याददास्त बहुत तेज है और इसी याददास्त के सहारे से तुमने जल्दी से तकनीकी ज्ञान को प्राप्त करने के बाद नौकरी भी प्राप्त कर ली है साथ ही वर्तमान मे केतु का गोचर तुम्हारे जन्म के गुरु के साथ होने से काम करने वाले स्थान या काम करने वाले लोगो के साथ खालीपन सा महसूस हो रहा है,वैसे तुम्हे एक स्वार्थी व्यक्ति की तरह से जाना जा सकता है चाहे वह खुद के परिवार वालो के रूप मे हो या काम करने शिक्षा वाले स्थान या दोस्तों के लिये हो जैसे ही तुम्हारा काम वर्तमान का समाप्त होता है भूतकाल को भूल कर भविष्य की चिन्ता मे लगना तुम्हारे लिये जरूरी हो जाता है.पिता के द्वारा अपने पूर्वजो के स्थान को त्यागना और दूर जाकर बसना साथ ही माता परिवार की जायदाद आदि की उन्नति मे आगे रहना भी देखा जा सकता है.राहु का गोचर सूर्य के साथ होने से जो भी दिखावा है उसके अन्दर कनफ़्यूजन है और काम करने वाले स्थान पर जनवरी तक का कनफ़्यूजन है इसके बाद प्यार मोहब्बत का समय शुरु हो जायेगा और जीवन में आगे बढने की कोशिश भी शुरु हो जायेगी.दो शादिया है इसलिये जो भी फ़ैसला वैवाहिक जीवन के लिये करना है वह सोच समझ कर ही करना.
ReplyDeleteguruji....mere financial background k bare m bataye....kya meri kundali m rajyog h...or mujhe kon sa ratna dharan krna chahiye...meri rashi meen h..
ReplyDeleteदेवेन्द्र आपके पीछे के परिवार और समाज का बहुत बडा स्पोर्ट है चार की शक्ति भाई बहिन या पिता की शक्ति बडे संस्थान या कार्य को सम्भालने की क्षमता जहां लोग धर्म से अर्थ से काम से और मोक्ष से अपने को सुरक्षित महसूस कर सकते हो के सम्भालने की योग्यता आपके अन्दर है इस शक्ति के उपयोग का पहला कारण भी भौतिक धन और चल सम्पत्ति से जोड कर माना जा सकता है इसी प्रकार के कारको को खोज कर उनके लिये गूढ जानकारी जुटाना संस्थान आदि की कमिया निकालना आदि भी आता है,इन कमियों को बेलेन्स करने के बाद कौन सी बडी कमी है कौन सी छोटी कमी है को जाहिर करना है तकनीकी जानकारी को माना जा सकता है मूंगा आपके लिये श्रेष्ठ बलकारक रत्न है इस मृगशिरा नक्षत्र मे आने वाले मंगलवार के दिन सोने मे बनवा कर दाहिने हाथ की अनामिका उंगली मे धारण किया जा सकता है.
ReplyDeleteaap ka jyotish gyaan apratim hai.ganesh ji ki krupa aap par hai.muze aap ki bate samaj rah hai. konsa ratna dharan kar ne se badhaye come hogi.
ReplyDeleteGuru Ji mera Naam R Lakshman Rao hai , Mera DOB 29.08.1983 hai , mera Time of Birth 03:39 AM jamshedpur me hai , Mujhe Astrology and Vastu learn karna ka bahut interest hai , kya main ise learn kar paunga , or main ise apna carrier bana paunga kya , or agar haan to please aapke dwara likha gaya koi astrology thesis hum sabko de sakte hai
ReplyDeleteaapka biswasi , Main apka reply ka wait karunga
R Lakshman Rao , rlakhsman.rao@gmail.com
07488213651
guru ji mera name Nirmal sharma h meri dob h 21-may 1989 and time 11:40 pm guru ji ek saal se main job search kr rha hu muje job nhi mil rahi kripya kr ke muje meri kundli dekh ke btaye main kya kru...
ReplyDeleteNamo Narayan Guruji,
ReplyDeletemera Janma 03rdApril,1975, Vasai dist Thana Maharashtra,
Prashna hai Jeevan me sthirta nahi hai, manashanti nahi hai,khooj hai par kis baat ki pata nahi hai hamesha apurnata lagti hai, kripaya margadarshan kare
Namo Narayan Guruji,
ReplyDeletemera Janma 03rdApril,1975, 23.11 Pm,Vasai dist Thana Maharashtra,
Prashna hai Jeevan me sthirta nahi hai, manashanti nahi hai,khooj hai par kis baat ki pata nahi hai hamesha apurnata lagti hai, kripaya margadarshan kare
राने साहब आपकी कुंडली मे राहु केतु का अधिकार है,राहु लगन मे है और केतु सप्तम मे है,जब सप्तम का केतु हुकुम का गुलाम बन जाये तो जीवन मे जद्दोजहद का कारण समाप्त हो जाता है,यानी जो कहा जाये वह करने वाले करने लगते है,इस प्रकार से एक तंत्रात्मक अधिकार शुरु हो जाता है और जब एक तंत्रात्मक अधिकार जीवन मे है तो किसी भी प्रकार से मानसिक संतुष्टि नही मिल पाती है कारण और अधिक और अधिक का मानस बनते ही धन के क्षेत्र परिवार की सहायताये लोगो का प्यार और सहानुभूति समाप्त होती जाती है.तीन भाइयों मे जब कन्ट्रोल करने का आदेश देने का और बाहरी कारणो से जो भी है उसे प्राप्त करने का रूप तैयार हो जाता है तो भी एक प्रकार से संतुष्टि का कारण नही बन पाता है,यही बात एक प्रकार से और भी कही जा सकती है कि जब मंगल और शनि का नवम पंचम योग बन जाता है एक प्रकार की आग सी दिमाग मे दहकती रहती है लेकिन फ़ल के रूप मे ज्वाला बनकर प्रकट नही हो पाती है या यह कहा जाये कि एक प्रकार से गीली लकडी का धुंआ जीवन मे छाया रहने की बात भी मानी जा सकती है.जल्दी ही एक बडे संस्थान की स्थापना आपके हाथ से होनी है जो आपको जीवन मे अधिक से अधिक नाम और परिवार की स्थिति को ऊंचा करने के लिये काफ़ी है.अधिक जानकारी के लिये बेव साइट पर सम्पर्क करे.
ReplyDeleteआपके स्नेह के लिये आभार.
Namo Narayan Guruji,
ReplyDeleteaapka dhanyawaad aapne samay nikalkar jawab diya,
meri alpmati aapki gheri batoko samaz nahi payi khhas kar ketu ka tantratmak aadhikar, tatha teen bhai aaur control ka udharan,aapko savinay vinati karta hu ke thoda saral kar meri aalp mati ko samaz aaye aise bataye, website par sampark karne hetu kya karna hoga?
guruji konsa ratna sahi hai aap ne bataya nahi krupa kar k batayie
ReplyDeletenamskar pandit ji: mera name: deepak hai DOB: 02/10/1982 hai Birth place: bharuch (gujarat) hai. time of birth : 21:00 PM hai kripya ye batayiye ki meri shadi kab hogi ? or kis disa mai hogi? muje govertment job lagegi ki nahi? PLZ guruji meri kundli dekh kar plz batayiyega.
ReplyDeleteदीपक जी आपकी कुंडली वृष लगन की है और आपकी राशि मीन है,लगन कुंड्ली और नवमांश कुंडली से केतु आपके अष्टम स्थान मे है वर्तमान मे केतु की दशा चल रही है.केतु का स्वभाव गोचर से और दशा सम्बन्धित कारक मे खालीपन देना होता है केतु की दशा जून दो हजार सोलह तक चलेगी और तब तक शादी का होना सम्भव नही है,वैसे यह केतु गुप्त रिस्तो की तरफ़ आपको ले जाता है और कुंडली में गुरु राहु की युति भी आपको प्रेम सम्बन्धो की तरफ़ ले जाने के लिये अपनी युति प्रदान कर रहा है,प्रेम सम्बन्धो के कारण या इसी प्रकार का रिस्ता उन्तीस जनवरी दो हजार ग्यारह के आसपास बनता है लेकिन केतु के कारण जो आपके किसी पारिवारिक या बिचौलिये की बातो से टूटता है भी मिलता है,यही बात सत्रह मार्च दो हजार बारह के आसपास भी मिलती है.शादी की दिशा पैदा होने वाले स्थान से पूर्व दिशा की तरफ़ मिलती है.
ReplyDeletenamaskar pandit ji... Apka bahut bahut dhanyavaad. maine Apke kai blogs padhe bahut hi badhiya the or Aap bahut hi gyani hai. guruji meri kundli ka purn vislesan jaan na chahta hu . Aap kripya sampark karne ka sthan batayiyega.
ReplyDeleteदीपक जी जो भी पूंछना है वह मेरी बेव साइट http://www.astrobhadauria.com से पूंछ सकते है,लेकिन प्रश्न के द्वारा ही पूंछना है,पूरी कुंडली का विश्लेषण कुछ कारणो से नही कर पा रहा हूँ.
Deleteमीन राशि के नवे भाव मे राहु के गोचर से राहु पर नकारात्मक मंगल और गुरु दोनो का प्रभाव व्यक्ति को असमान्य स्थितियों में जीवन का व्यवहार करने के लिये मजबूर कर देता है,व्यक्ति का चन्द्रमा (सोच) राहु के कारण गन्दी हो जाती है,और इस सोच के कारण वह अपने तीसरे केतु (कमन्यूकेशन के साधनो) का प्रयोग कभी कभी लगातार करने लगता है या उन साधनो में कोई समाज से विपरीत बात सामने आने लगती है,साथ ही बुद्धि के अन्दर उत्तेजना आने से और परिवार से विपरीत होकर मर्यादा का उलंघन करने से शादी विवाह की बातें दूर हो जाती है.जनवरी तक यह राहु उत्तेजना और प्रेम प्यार जैसी उत्तेजना देगा उसके बाद ही विवाह के बारे मे सोचने से आपसी सामजस्य बैठ सकता है.
ReplyDeleteguruji apka bahut bahut dhanyawad...
Deleteguruji konsa ratna sahi hai aap ne bataya nahi krupa kar k batayie
ReplyDeleteplease please.....
हीरा या जिरकान पहिनो,शुक्रवार का व्रत करो,स्त्री जाति का आदर करो,लक्ष्मी को इष्ट मानो,दही और रस वाले पदार्थ अधिक से अधिक प्रयोग करो.
Deletedhanyawad ,konse anguli me ratna dharan kare? aur dhatu
DeleteGuruji Pranam, Mera nam Mrs Tarul Ninad Rane, Dob 05.01.1978, Time 00.45 Am, Place of Birth Indore Madhyapradesh, Mera career ruka hua hai dusri kanya ke janam ke baad bank ki naukari resign karni padi, kya ab dusri naukri ka koi yog banta hai, Sasuraal paksh se pida ka koi samadhan ho sakta hai, Dhanyawaad.
ReplyDeleteGuruji Pranam, Mera nam Mrs Tarul Ninad Rane, Dob 05.01.1978, Time 00.45 Am, Place of Birth Indore Madhyapradesh, Mera career ruka hua hai dusri kanya ke janam ke baad bank ki naukari resign karni padi, kya ab dusri naukri ka koi yog banta hai, Sasuraal paksh se pida ka koi samadhan ho sakta hai, Dhanyawaad.
ReplyDeleteआपकी कुंडली कन्या लगन की है,कन्या राशि बैंक बीमा फ़ायनेंस रोजाना के काम कर्जा लेने देने के काम दुश्मनी बनाने बिगाडने के काम बीमारी पालने और समाप्त करने के लिये मानी जाती है.स्वामी बुध है जो आपके तीसरे भाव मे वृश्चिक राशि का है,बुध पर राहु लगन से और केतु सप्तम से अपनी द्रिष्टि दे रहा है,यह कुंडली राहु के आधीन तब और अधिक हो जाती है जब लगन लगनेश पर राहु का प्रभाव होता है.राहु उपरोक्त काम करने के लिये अपनी असीमित शक्ति भी देता है और जब किसी प्रकार से अपने अन्दर नकारात्मक राशि या ग्रह का असर प्राप्त करता है तो असीमित कष्ट भी देने से नही चूकता है। अप्रैल दो हजार ग्यारह से राहु का गोचर लगनेश पर रहा है,इधर लगन में शनि देव का गोचर रहा है,इस गोचर के कारण ही आपको कष्ट प्राप्त करने का कारण बना है,इसलिये उस बेचारी कन्या पर कोई दोष आरोपित नही करे.वर्तमान मे शनि का गोचर जन्म के चन्द्रमा के साथ है जो साढेशाती के रूप मे माना जाता है और राहु भी धीरे धीरे जन्म के चन्द्रमा की तरफ़ बढता जा रहा है जो दिमागी रूप से कनफ़्यूजन देने और जो काम करना है उसके अन्दर कई प्रकार के भेद पैदा करने के लिये माना जा सकता है,लेकिन आपका गुरु ठीक है कारण गुरु आपके नीच भाव यानी दसवे भाव मे जाकर वक्री हो गया है और वक्री गुरु का नीच मे होना उच्च का फ़ल प्रदान करता है साथ ही मंगल भी अपनी नीच की राशि मे वक्री है इसलिये मंगल भी आपकी कुंडली मे उच्च का फ़ल प्रदान कर रहा है,शनि की ही आपकी दशा चल रही है जो जद्दोजहद का जीवन जीने के लिये अपनी युति को प्रदान कर रही है यह दशा भी आपकी जून दो हजार तेरह मे उतर रही है इधर साढे शाती भी आपकी चौदह नवम्बर दो हजार चौदह को उतर रही है उधर राहु जनवरी के दूसरे सप्ताह से आपके लिये गुरु के घेरे मे आकर अच्छा फ़ल देने के लिये सामने आ रहा है आपकी तरक्की और समय के सुधार का कारण शुरु होना माना जा सकता है.पच्चीस मार्च दो हजार तेरह से आपकी नौकरी के लिये शुरु होने का समय माना जा सकता है.यह राहु ही लगनेश पर असर डालने के कारण ससुराल पक्ष से पीडा का कारक माना जा सकता है जो जनवरी के दूसरे सप्ताह मे अपना असर समाप्त कर रहा है.
ReplyDeleteaapko vinamratapurvak abhivadan evam dhanyavad.
ReplyDeleteईश्वर आपको हर कदम पर सफ़लता का रास्ता प्रदान करे.
DeleteGuruji,namaskar meri laraki ka name Usha DOB:October08,1986 DOT:04:15AM Place of birth:Khetri Nagar,disst.jhunjhunu(Rajsthan) hai.Guruji meri laraki ka karier kaisa rahega tatha usaka rista kab banega bahut kosis kar rahe hai lakin baat nahi bani koi upay su jhayen.beti MA,B.ed hai.Guruji jarur jarur batai dhanyabad.
ReplyDeleteGuruji aap Usha ke name se sambodhan kar ke hi marg darshan kare mai aapake marg darashan ka intjar karungi.
ReplyDeleteऊषा की कुंडली सिंह लगन की है,तथा राशि वृश्चिक है.लगनेश सूर्य तथा चन्द्र लगनेश मंगल राहु केतु के आधीन है.चन्द्र लगनेश मंगल मकर राशि का होकर छठे भाव मे है और लगनेश सूर्य धन भाव मे केतु के साथ है,राहु अष्टम स्थान से अपने असर को सूर्य केतु को दे रहा है और केतु सूर्य का बल लेकर छठे भाव के मंगल को प्रदान कर रहा है.
Deleteलगनेश को केतु का बल प्राप्त होने के कारण जातिका को सहायिका जैसे कार्य करने पडते है जो सरकार द्वारा प्रदत्त संस्थाओं को अनुदान देकर चलाये जाते है.लेकिन खरा बोलने के कारण और बिना बात के तर्क करने की आदत से किये जाने वाले काम या परीक्षा मे इन्टरव्यू आदि के समय यह आदत दिक्कत देने के लिये भी मानी जा सकती है.लगनेश के आगे शुक्र बुध होने के कारण जातिका एक प्रकार से लिखने प्रसारित करने और व्यापारिक रूप से चलने वाले संस्थानो के प्रति भी काम कर सकती है,विवाह के लिये भी केतु की सहायता से देखा जा सकता है जैसे सूर्य के साथ केतु के होने से जिसके साथ शादी की जाती है वह शुक्र बुध के एक साथ होने के कारण या तो इसकी शादी उसी स्थान पर या आसपास के क्षेत्र मे होती है जहां इसकी बहिन बुआ आदि की शादी होती है या जिससे के साथ शादी होती है वह या तो विधुर होता है या एक विवाह को त्याग चुका होता है,अथवा पहले उसके सम्बन्ध चलते रहे होते है और बाद मे किसी कारण से सम्बन्ध समाप्त हो गये होते है। यह बात शादी के मामले मे या तो किसी सरकारी धन को सम्भालने वाले व्यक्ति के साथ या रक्षा सेवा से जुडे व्यक्ति के साथ अथवा सरकारी रूप से इंजीनियरिंग आदि कार्य से जुडे अथवा डाक्टरी कारणो से बैंक आदि से जुडे व्यक्ति से होती है.
शादी का समय शुरु होने का असर गुरु के लगनेश सूर्य से सम्बन्ध बनाने के समय में मानी जाती है जो आने वाले सत्रह अपरैल दो हजार तेरह के आसपास से शुरु होता है.नौकरी का समय भी उन्नीस मई दो हजार तेरह से शुरु होता है.
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ReplyDeleteGuruji,pranam aapka sujhav padha lekin jo aapne vivah ke bare me bataya usme thora vistar se koi upai sujhai mai bahut pareshaan hu.Guruji Usha ke riste ki bat bante-2 tal jati hai.Usha ka rista konsi disha me thik rahega kirpya maarg darshan kare.
DeleteGuruji namaskar,Guruji apka sujhav padha guruji mai isme thora sa vistar se samajhna chahta hu ki Usha ka riste ke liye janam sthan se konsi disha thik rahegi ya konsi di sha me hoga batye guruji bahut chinta lagi rahti hai.riste ki baat bante-2 bigad jati hai. iske liye kya upaye kare.aap avshya marg darshan kare guruji.sarkari naukari ka yog hai ya nahi bataye.
Deleteरिस्ते के लिये दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ़ जाना माना सकता है साथ ही जो शादी का जो कारण बनेगा वह इकत्तीस जनवरी के बाद ही बनने की बात समझ मे आता है.आगे आपके जो भी प्रश्न हो वह आप www.astrobhadauria.com से पूंछे.
DeleteGuruji,
ReplyDeleteMera aapke charno me koti koti naman.Guruji aapne jo sujhav diya uske liye mai aapka bahut aabhari hu.Gruji aapki web site per is sambad me koi sawal puchne koi aapti to nahi hogi.aapka bahut-2 dhanyewad guruji.
namaskar pandit ji Aapke ek blog mai maine dekha ..padh tha ki Astam sthan mai mangal ka hona charitrhin hota hai...link de raha hu. http://astrobhadauria1414.wikidot.com/stree . agar Astam mai shukra ho to hi esa hota hai.. plz chart ko dekhe or plz batayiye
ReplyDeleteNAMASKAR GURU JI......mera nam MANISH TRIPATHI hai...mera DOB 25-12-1987 hai ...TIME 7:20 AM hai...BIRTH PLACE -KASIA (uttar pradesh ) hai...mere future ke bare me bataiye ....mujhe civil services me jana chahiye ya research me?
ReplyDeletethank u
NAMASKAAR GURU G ......MERA NAAM SUMIT KUMAR HAI ...MERA DOB 26 SEP 1980 HAI ....TIME EVENING 6.30 PM PLACE GHAZIPUR (U.P.)HAI ....FUTURE K BAARE ME BATAYEN
Deleteसुमित जी आपकी चन्द्रमा की दशा चल रही है और इस दशा मे गुरु का अन्तर चल रहा है,गुरु आपकी कुंडली मे धन का रहस्य और पारिवारिक रिस्तो के अन्दर गुप्त रूप से अनबन का कारण देता है साथ ही शिक्षा के मालिक चन्द्रमा की दशा चलने से और जल्दी से धन कमाने के प्रति अधिक सोच बनने के कारण यात्राओ के बाद धन को कमाने मनोरंजन और खेल कूद मे अधिक ध्यान लगाने से प्रभाव का सही होना माना जाता है.आने वाली सात अपरैल से चन्द्रमा मे शनि का अन्तर शुरु हो जायेगा,इस अन्तर के शुरु होने कार्य और लाभ के लिये यात्रा वाले कार्य मन के प्रति सोचे जाने वाले कामो का फ़्रीज होना माता मन मकान आदि के प्रति चलने वाली सोच का नही बन पाना आदि माना जा सकता है इसके अलावा कठिन काम करने के बाद कम प्राप्ति का होना भी माना जा सकता है.कमन्यूकेशन वाहन आदि के प्रति अधिक ध्यान होना और अपनी जगह का बनाना भी माना जा सकता है.वाहन आदि के द्वारा चोट आदि लगने से सूजन और लम्बी अवधि के लिये कार्य आदि करने से असमर्थ भी होना पड सकता है.
Deletenamaskar pandit ji.........maine sumit ji se pahle apse apna prasna kiya tha.....lekin aapne mera jawab kyu nahi diya.......kya mujhse koi galti ho gayi hai kya?
Deleteagar hui ho to mujhe maf kijiyega
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DeleteNAMASTE PANDIT G ......MERA VIVAAH KB TAK HOGA AUR MERI KUNDALI ME JO PARESAANI HAI WO KIS PRAKAAR KHTEM HOGI....AUR ECONAMIC POSITION KAISA RAHEGA
ReplyDeletedob 26-9-1980 time 6.30pm plece ghazipur (u.p.)
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ReplyDeleteनमस्कार गुरु जी
ReplyDeleteमेरी जन्मतिथि ११ जुलाई १९८६ समय दिन मे ११ बजकर १६ मिनट है स्थान कानपुर है .
मुझे ये जानना है की मै अपनी जिंदगी मे कितना धन कमा पाउँगा . क्या जैसा मे चाहता हू वैसा कर पाउँगा.
और मेरा मन विवाह करने का नहीं है तो क्या मेरा विवाह होगा /?
जीवन से सम्बन्धित तकनीक आपके दिमाग मे रहती है साथ ही जासूसी और पराशक्तियों के प्रति आपकी असीम आस्था है लेकिन कार्य को आप पहले महत्व देने वाले है पिता के कामो के प्रति आपको आखिर मे अपना समर्थन देना जरूरी है जिससे जो भी आपके पिता ने अपनी कठिन मेहनत करने के बाद जोडा है उसे आप अपनी बुद्धि से और अधिक बढा सको आपकी पहली सोच जल्दी से तथा ब्रोकर जैसे काम करने के बाद धन कमाने की है इसलिये आप जितना नगद धन और अपने जीवन साथी तथा साझेदार की सहायता ले सकते है उतना ही आप जीवन मे धन कमा सकते है आपकी सोच के अनुसार आने वाले समय मे समय आपकी सोच के अनुसार काम करने के लिये अपनी युति प्रदान करेगा लेकिन आप के अन्दर अक्समात ही बदलाव का भाव भी है जो आपके सोचे काम को भूल कर दूसरे कामो की तरफ़ जाने का है इसलिये टारगेट एक ही लेकर चलते है तो आपकी भावना की पूर्ति हो सकती है इसके अलावा आप कहते है कि आपकी सोच शादी करने की नही है लेकिन वर्तमान मे आपके सामने दोहरे रिस्ते खडे है जिन्हे आप सोच कर भी नही दूर कर पायेंगे.
Deleteबहुत बहुत धन्यवाद गुरु जी .अपना अमूल्य मार्गदर्शन देने के लिए . मैंने बहुत ज्योतिषियों के लेख पड़े है लेकिन जितनी गहन जानकारी आपको है उतनी किसी की नहीं देखी. गुरु जी मेरी सोच विवाह की इस्सलिये नहीं है क्यों की मै बंध के नहीं रह सकता और साथ ही विवाह जैसे बंधन का बोझ उठाने लायक खुद को काबिल नहीं समझता . साथ ही मुझे जो थोडा बहुत ज्योतिष की जानकारी है उसके मुताबिक मेरा सप्तमेश छठे स्थान मे है और मै मंगली भी हू जो विवाहिक जीवन को नर्क बनाता है .इस लिए मै ये जानना चाहता था की अगर मै विवाह ना करना चाहू तो भी क्या विवाह होगा और अगर होगा तो क्या उसके आगे का जीवन नर्क समान होगा . पुनः धन्यवाद .
ReplyDeleteयह सोच कुछ समय की तो मानी जा सकती है लेकिन सप्तमेश अगर छठे स्थान मे है तो जरूरी नही है कि वह दिक्कत ही पैदा करेंगे,कर्जा दुश्मनी बीमारी से निकालने का काम भी करेंगे और मंगली होना भी कोई बडी बात नही है जब तक मंगल यानी शक्ति साथ नही होगी तब तक दुनिया से कैसे जूझा जा सकता है,विवाह एक सामाजिक बन्धन नही होकर आजीवन मित्रता का और एक दूसरे की सहायता से पूरक का काम करता है,हर किसी के लिये अलग अलग प्रकार पैदा किये है इस प्रकृति ने इसलिये सभी को देखकर चलने से कोई फ़ायदा नही है,अपने को देखकर चलने से फ़ायदा है जो भी मानसिक क्षीणता समझ मे आती है उसे अपने बल से पूर्ण करो और अपने जीवन को आगे बढाने के लिये अपनी शक्ति का प्रयोग करो,ज्योतिष की जानकारी कोई बडी बात नही है केवल प्रकृति की चाल का समझना है.
Deleteधन्यवाद गुरु जी हमारा मार्गदर्शन करने के लिए
Deleteभगवान आपको लंबी उम्र दे जिससे आप के ज्ञान का लाभ लोगो को मिलता रहे .
आपका आशीर्वाद हमपे बना रहे .
NAMASTE PANDIT G ......MERA VIVAAH KB TAK HOGA AUR MERI KUNDALI ME JO PARESAANI HAI WO KIS PRAKAAR KHTEM HOGI....AUR ECONAMIC POSITION KAISA RAHEGA
ReplyDeleteवाहन आदि के द्वारा चोट आदि लगने से सूजन और लम्बी अवधि के लिये कार्य आदि करने से असमर्थ भी होना पड सकता है.
ReplyDeleteguru g kya aisha hoga kya mere life me
guru g kripya mujhe kya karna chahiye jisae mei paresaani se nikal paaun
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ReplyDeleteसन्तोष यह पिता परिवार के लिये एक प्रकार से काली आन्धी पैदा करने का साल है,पूर्वजो के काम जमीन जायदाद आदि के लिये या तो बढने का साल है या समाप्त करने का साल है.खुद के लिये अन्दर ही अन्दर मन मसोस कर रहने का साल है,जितना हो सके कानूनी कारणो से बचने का प्रयास करते रहे.
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Deletenamaste pandit ji,mera dob-10 dec 1988 din shaniwar,time-5:30 pm approx h.
ReplyDeletemaine ek software engeenier hu.1 sal se job kr rha hu.but kuch or krna chhta hu.samajh m nhin aa rha kya krna h.man bhtak sa gya h.
kuch samajh m nhin aa rha h.
sach khun to mera man nhin lagta na hi office m na hi ghar pr..
main chhta hu ki mera dil kam mai lage..
main ek ladki ke peeche kafi salon se ghoom raha hu. kahin ye problem ladki ki vajah se to nahin h.ladki bolti h hamari cast alag h isliye kuch nhin ho sakta ..pandit ji krpya kr k koi samadhan bataiye...apki bahut bahut kripa hogi
देवव्रत जी आप अपने जन्म स्थान का नाम भी लिखो.
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Deletenamaste pandit ji,mera dob-10 dec 1988 din shaniwar,time-5:30 pm approx h.janm sthan-hamirpur(u.p.)
Deletemaine ek software engeenier hu.1 sal se job kr rha hu.but kuch or krna chhta hu.samajh m nhin aa rha kya krna h.man bhtak sa gya h.
kuch samajh m nhin aa rha h.
sach khun to mera man nhin lagta na hi office m na hi ghar pr..
main chhta hu ki mera dil kam mai lage..
main ek ladki ke peeche kafi salon se ghoom raha hu. kahin ye problem ladki ki vajah se to nahin h.ladki bolti h hamari cast alag h isliye kuch nhin ho sakta ..pandit ji krpya kr k koi samadhan bataiye...apki bahut bahut kripa hogi
is samay gurgaon m job kr rha hu..
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ReplyDeletedob 26-9-1980 time 6.30pm plece ghazipur (u.p.)
ReplyDeleteNAMASTE PANDIT G ......MERA VIVAAH KB TAK HOGA AUR MERI KUNDALI ME JO PARESAANI HAI WO KIS PRAKAAR KHTEM HOGI....AUR ECONAMIC POSITION KAISA RAHEGA
Reply
namste pandit ji..........mera nam manish hai...date of birth 25-12-1987....place kasia (U.P.) hai....time 7:20 am hai...meri sarkari noukari kab tak lagegi
ReplyDeletenamaste pandit ji,mera dob-10 dec 1988 din shaniwar,time-5:30 pm approx h.janm sthan-hamirpur(u.p.)
ReplyDeletemaine ek software engeenier hu.1 sal se job kr rha hu.but kuch or krna chhta hu.samajh m nhin aa rha kya krna h.man bhtak sa gya h.
kuch samajh m nhin aa rha h.
sach khun to mera man nhin lagta na hi office m na hi ghar pr..
main chhta hu ki mera dil kam mai lage..
main ek ladki ke peeche kafi salon se ghoom raha hu. kahin ye problem ladki ki vajah se to nahin h.ladki bolti h hamari cast alag h isliye kuch nhin ho sakta ..pandit ji krpya kr k koi samadhan bataiye...apki bahut bahut kripa hogi
dob 26-9-1980 time 6.30pm plece ghazipur (u.p.)
ReplyDeleteNAMASTE PANDIT G ......MERA VIVAAH KB TAK HOGA AUR MERI KUNDALI ME JO PARESAANI HAI WO KIS PRAKAAR KHTEM HOGI....AUR ECONAMIC POSITION KAISA RAHEGA
Namo Narayan Guruji, Sa-adar pranam, muze apne kul ki kuldevdevta gotra aadipurush evam moolsthan ki jaankari prapt karni hai kya kundali se ye jaankari prapt ho sakti hai? is ka kaaran aadikarik taur par yeh jaankari hamare paas uplabhdh nahi hai kulachar evam kuldevta ka poojan hamesha hi ek bada prashna raha hai, meri janma tarikh 03/04/1975, samay 11:11 PM janma sthal, Vasai Maharashtra,
ReplyDeleteसूर्य से नवा भाव कुल के मुखिया के रूप मे जाना जाता है,गोत्र आदि पुरुष के लिये सूर्य को पहिचाना जाता है मूल स्थान की जानकारी भी जन्म लगन के नवे भाव से पहिचानी जाती है.आपकी कुंडली के अनुसार सूर्य से नवे भाव मे राहु वृश्चिक राशि का है जो इस बात को सूचित करता है कि आपके पूर्वज अपने मूल स्थान को त्याग कर दूसरी जगह जाकर बसे थे,इसके लिये उन्हे एक पवित्र नदी को पार करना पडा था जो राहु से दूसरे भाव मे धनु राशि के चन्द्रमा के रूप मे है साथ ही उन्हे एक युद्ध रूपी भार भी उठाना पडा था जो चन्द्रमा से तीसरे भाव मे मंगल के रूप मे है,उस युद्ध मे तीन लोग खेत रहे माने जाते है जो मंगल से दूसरे स्थान मे सूर्य गुरु और बुध के रूप मे है जिन्हे आपके कुल के देवता के रूप मे पैदा होने वाले स्थान के उत्तर पश्चिम दिशा मे पूजा जाता है,गोत्र के आदि पुरुष के लिये आपके लिये सूर्य के साथ गुरु के होने से जीवात्मा रूप मिलता है जो सूर्य के रूप मे माने जाते है और आपकी उत्पत्ति के लिये सूर्य का गोत्र जैसे कश्यप वंश के रूप मे समझा जा सकता है,इसके अलावा मूल स्थान की जानकारी के लिये आपके पैदा होने के स्थान से दक्षिण -पश्चिम दिशा मे एक नदी के किनारे के प्रति धारणा बनाई जाती है,इसके अलावा भी आपके लिये एक संस्था प्रधान बनने और विदेशी सहयोग आदि की बात आपके जीवात्मा रूप वंश मे पैदा होने के कारण ही मानी जा सकती है.
ReplyDeleteAapke Margdarshan ke liye Dhanyawaad Guruji, Is Vishay par vistar se margdarshan pane ke liye aapse pratyaksh mulakat agar ho paye to aapka rini rahunga, athava apke savistar margdarshan hetu kya karna hoga kripa kar batlaye aapke sneh ke liye aapka abhari hu.
ReplyDeleteNamo Narayan.
Charansparsh.
namaste pandit ji,mera dob-10 dec 1988 din shaniwar,time-5:30 pm approx h.janm sthan-hamirpur(u.p.)
ReplyDeletemaine ek software engeenier hu.1 sal se job kr rha hu.but kuch or krna chhta hu.samajh m nhin aa rha kya krna h.man bhtak sa gya h.
kuch samajh m nhin aa rha h.
sach khun to mera man nhin lagta na hi office m na hi ghar pr..
main chhta hu ki mera dil kam mai lage..
main ek ladki ke peeche kafi salon se ghoom raha hu. kahin ye problem ladki ki vajah se to nahin h.ladki bolti h hamari cast alag h isliye kuch nhin ho sakta ..pandit ji krpya kr k koi samadhan bataiye...apki bahut bahut kripa hogi
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ReplyDeletenamasate padit ji mera name keharee singh chauahan janm time-11;45;52din me ,date-18-oct-1992 din ravivar ko dis-jalaun (u.p.)
ReplyDeletemain ek Bsc student hu or sath me 1 se pr. job kar raha hu or mujhe kab sarakari job ya achchhi pre.job kab tak milegi or ghar ki bhi bahut jimmedari hai me inko kab tak poora kar paunaga or mere bhavisya ke bare me kunadali kya kahati hai
namaste pandit ji mera nam keharee singh chauhan hai or mera janm 18-oct-1992,time 11;45;52 ko dist-jalaun (u.p.) me hua
ReplyDeleteme ek Bsc ka student hu or sath me 2 sal se pr.job bhi karata hu me ye pochhna chahata hu ki meri sarkari ya achhi pr. job kab tak milegi or ghar ki bahut jimmedariya hai jinko kab tak poora kar paunga or meri kunadali mere bhavisya ke bare me kya kahati hai ,,pandit krpya kar ke inake samadhan bhi bataye apki bahut krpya hogi dhanyavad
Guru Ji Pranam,
ReplyDeleteMera naam Vikas Tripathi hai aur meri DOB 5 sept 1975 hai,samay 14.15 hai tatha janam sthan kanpur UP hai.
meri kundali singh rashi aur dhanu lagan ki hai.
march 2012 se jeevan me problem chal rahi hai us samay kuch parivarik dikaton ki vajah se maine apni naukari chodi thi socha tha ki koi aur acchi naukari mil jayegi par abhi tak khali hoon.
atma samman aur self confidence toot raha hai koi disha samajh me nahi aa rahi hai.
kripya margdarshan karen.
विकास जी
Deleteआपकी कुंड्ली धनु लगन की है, गुरु आपकी कुंडली मे पंचम भाव मे वक्री होकर विराजमान है,वक्री गुरु का प्रभाव नवम भाव मे विराजमान सूर्य चन्द्र और वक्री शुक्र पर है,अष्टम शनि आपके लगनेश को पूर्ण मारक भाव से देख रहा है,इसके साथ ही शुक्र जो धन लक्ष्मी का कारक है वह भी अपने फ़लो को उल्टा प्रदान कर रहा है,सप्तमेश बुध की स्थिति वैसे तो राजयोग देने के लिये अपनी शक्ति को प्रदान कर रहा है लेकिन छठे भाव मे विराजमान मंगल केतु की युति इस बुध की शक्ति को बरबाद कर रही है,चन्द्रमा से चौथे भाव का राहु दिमागी रूप से कनफ़्यूजन पैदा कर रहा है,सूर्य से चौथे भाव का राहु पूर्वजो के पैदा किये गये रहने वाले स्थान के प्रति कुपित हो रहा है,मंगल केतु की युति वैसे तो तकनीकी रूप से बैंकिंग आदि के प्रति आपनी शक्ति को पैदा करता है लेकिन इस मंगल केतु की युति बारहवे राहु से ग्रसित होकर अपनी शक्ति को कनफ़्यूजन मे ले जाने के लिये भी माना जाता है.चन्द्रमा से दसवे भाव के मंगल केतु केवल तकनीकी रूप मे धन और खानपान के क्षेत्र के बात मारकेटिंग आदि के प्रति अपनी धन को नौकरी करने के बाद कमाने और इन्ही कारणो मे खर्च करने की शक्ति भी दे रहा है,
वर्तमान मे आपकी मंगल की दशा चल रही है और मंगल धन के मामले मे केवल उत्तेजना दे रहा है,आने वाले अगस्त के महिने तक मंगल के अन्दर राहु का अन्तर भी चल रहा है जो आपको केवल मानसिक कनफ़्यूजन और अपने ही परिवार के लोगो के प्रति विद्वेश भाव को भी प्रदान कर रहा है,शनि और राहु का एक साथ लाभभाव मे गोचर करने के कारण जो भी कार्य करने के बाद लाभ का भाव पैदा होता है उसे समाप्त कर रहा है.
राहु के उपाय आप मंगल को बारहवे भाव मे स्थापित करने के बाद कर सकते है,इसके लिये बारह बतासे लगातार किसी भी धर्म स्थान पर रखने से और अपने को रोजाना एक बार किसी भी धर्म स्थान पर जाने से राहत मिल सकती है.
शनि के ग्यारहवे भाव मे जाने से और राहु का साथ होने से आप मित्रो दोस्तो आदि के द्वारा अपनी सहायता को लेने मे दिक्कत मे आ सकते है इसलिये आप इन कारको से दूर रहे,साथ ही राहु शनि के लिये काली छतरी को शनिवार की शाम को अपने पर ओढाकर धर्म स्थान पर रखे.
भाग्येश सूर्य की सहायता के लिये रोजाना सूर्य को जल दें और पिता तथा पिता परिवार से बनाकर चले.बाकी के लिये आप अपने जन्म समय आदि के लिये www.astrobhadauria.com से प्रश्न भेजे.
GURU JI JAISA KI MAINE APKO BTAYA MAI DEFENCE OFFICE KI PREPARATION KAR RHA THA PAR YEH MERA 4TH TURN THA 3 BAR SSB KE LAST DAY BAHAR HO JATA HOON
ReplyDeleteAB MAINE APNA MOOD CHANGE KAR LIYA HAI MAI SSC (STAFF SELECTION COMMISION )KI PREPARATION KAR RHA HOON 14 APRIL AND 21 JULY KO EXAM HAI CHANCES KITNE HAI..
GURU KI DASHA MEIN BUDH KA ANTER HAI...TIME KAISA HAI..GURU JI
AUR GURU JI EK AUR QUESTION THA KYA MAI MANGLIK HOON.??
NAME -RAHUL DEV
DATE OF BIRTH - 15 MARCH 1989
BIRTH PLACE - HAMIRPUR (HIMACHAL PRADESH)
BIRTH TIME- 12:42 AM (RAAT KE 12 BEJ KAR 42 MIN.)
NAMASTE PANDIT G ......MERA VIVAAH KB TAK HOGA AUR MERI KUNDALI ME JO PARESAANI HAI WO KIS PRAKAAR KHTEM HOGI....AUR ECONAMIC POSITION KAISA RAHEGA
ReplyDeleteReply
सुमित जी अपनी जन्म तारीख आदि का ब्यौरा मेरी बेव साइट http://astrobhadauria.com से भेज कर जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करे.
Deletemy self shivani.. meri date of birth 30 aug.1987 he mujhe mere kaam mein success ke liye janna he jo ki mujhe puri tarah mil nai pa rai he plz give me rply
ReplyDeleteशिवानी जी
ReplyDeleteआपको चन्द्रमा के उपाय करने की जरूरत है इसके साथ ही आप उन कामो को करने की कोशिश करे जो काम खनिज और जमीनी खरीद बेच से सम्बन्धित हो साथ ही गुप्त भेदो की जानकारी रत्न व्यवसाय भी आपके लिये सही है.
namste pandit ji mera nam Ravindra he meri date of birth 29/jun/1990 he time 2.45 am he janam place dehradun he .....
ReplyDeletesir mere bare me bataye kya meri gov job lagegi ya nahi aur aage ja ke me kon se field me success hounga ......?meri aage ki life kaisi rahegi family marriege aur job
sir requst he aapse please sir
अरविन्द प्रसाद जी अपने सवाल को http://www.astrobhadauria.com से भेजिये.
Deleteधन्यवाद
Namste pandit ji mera nam Naresh he. meri date of birth 15/j08/1986 he. time 13.42 minit he. janam place khambhat (GUJrat) he. sir mere bare me bataye kya meri life kesi jaye gi. mera bhagyo day kab hoga? marriege kesi hogi, dhan labh hoga ki nahi, family ko khush rakh pa un ga ki nahi. mere Acha GRAH kon sa he. or kon sa week he. jo Week he USke liye kya kar na he. pls reply dena..sir
ReplyDeleteGURU G KO SAT SAT NAMAN.............guru g ek ladki ki kundali aayee hui hai .....jiska milaan karne par 28 gun mil rahe hai lekin naadi ek ho ja rahi hai ....kya ek nadi me vivah ho sakta hai ....agar koi upay hai to marg darsan karen ... sumit dob 26-9-1980
ReplyDeletetime 6.30pm PLACE GHAZIPUR U.P........LADKI KA NAAM ...SONAM DOB 18-07-1987 TIME - 9.40AM FARRUKHA BAAD U.P.
सुमित नाडी दोष को वर वधू के लिये स्वास्थ्य के प्रति देखा जाता है कि दोनो के विवाह के पश्चात आपसी रहन सहन मे कोई स्वास्थ्य सम्बन्धी गिरावट तो नही आयेगी,नाडी को देखने के लिये छठे भाव के मालिक के आपसी कारण को भी देखा जाता है और जब मंगल की उपस्थिति सही स्थान पर होती है तो नाडी दोष की सीमा मे कमी और अधिकता मानी जाती है तुम्हारी कुंडली में बीमारी आदि का कारक सूर्य है,जो सप्तम मे है,यानी जीवन साथी के भाव मे है लेकिन चन्द्रमा से छठे भाव का मालिक बुध है जो अष्टम मे विराजमान है और मंगल भी साथ है,इस कारण से जीवन साथी के साथ अन्दरूनी रूप से मानसिकता मे शक आदि का होना माना जाता है,इसके साथ ही लडकी की कुंडली मे मंगल बारहवे भाव मे है तथा बीमारी का मालिक शनि है इस कारण से दोनो के प्रति सूर्य शनि की युति मे मंगल का बद होना तथा खून सम्बन्धी बीमारी का होना एक का अन्दर अन्दर ही जलन होने से और एक के अन्दर झल्लाहट और गुस्सा जल्दी आने की बात मिलती है लेकिन अष्टम का कारण उम्र की पचासवी साल से शुरु होता है तथा बारहवे भाव का कारण उम्र के आखिर मे होता है इसलिये अगर मानसिक विचारो मे शक आदि के बारे मे नही पडना है तो नाडी दोष से मुक्ति मिल सकती है.
ReplyDeleteguru g shadi ho sakti hai ya nahi ???
Deletenamste pandit ji..........mera nam manish hai...date of birth 25-12-1987....place kasia (U.P.) hai....time 7:20 am hai...mera scientist wale exam me pahla exam qualify kar liya hai...ab 30 june 2013 ko main exam hai....kya usme safalata milegi ya nahi
ReplyDeleteGuruji pranam
ReplyDeletemere naam amit kumar shukla hai, meri dob 22/071977 time 10PM location : kanpur (u.p.) hai, Guru ji aap ka article pad ker bahut gyan prap hooa main bhi kundli dekhna sikhna chata hoon aap ka blog bahut accha hai guru ji mere bhawishya ke bareye main bataye main IT field main naukri karta hoon but mero ko koi dhan labh nahin hota hai na hi taraki ho rahi hai, main apna business bhi karna chata hoon lakin samaj nahin pa raha hoon ki kya karoon, main paresaan hoo, 18jan2012 ko meri marriage hooyi thi lekin meri patni se aksar ladai ho jati hai kyon ki meri wife aur meri maa ki nahin banti, mera 5month ka ek beta bhi hai uska jam 23oct2012 hai. mere ko koi upay batae taki mujhi acchi naukri ya main apna business ker saku aur grah santi bhi rahe
अमित जी अभी शनि देव आपको जीव लाभ दे रहे है आगे आने वाले समय मे यानी जुलाई से धन लाभ के कारणो को देखने लगेंगे अपने कार्य और व्यवसाय पर ध्यान अधिक दीजिये,साथ ही भावनात्मक रूप से किसी भी पहलू पर सोचना बन्द कर दीजिये जो भी काम करना है उसे दिमाग और अपने समय की बचत के साथ कीजिये जीवन साथी से बनाकर चलने मे बहुत फ़ायदा है,कारण जो समय चल रहा है उसके अनुसार दैनिक जीवन के कामो मे अधिक कनफ़्यूजन होने के कारण और घर के बडे सदस्यों की आपसी कलह के कारण भी जीवन कभी कभी अस्त व्यस्त हो जाता है,शुक्र (लक्ष्मी) की आराधना कीजिये.
DeleteDear pandit Ji
ReplyDeleteMera Naam Abhishek Kumar Singh hai. Mera janm 9 feb 1989 ko siwan(Bihar) me hua hai(7:25 am). Mai apne career ke bare me janana chahta hu. Kya mujhe sarkari naukri lagegi. Aur yeh bhi bataye ki meri shaadi ka yog kab tak hai?
Dhanyavad..
अभिषेख जी आपकी कुंडली के अनुसार शिक्षा न्याय (कानूनी क्षेत्र) अधिक समझ मे आते है जनता के हित की बात अधिक सोचने के कारण जनता की रक्षा के लिये भी काम कर सकते है पिता खानदान की इज्जत को बढाने के लिये भी आप सामाजिक काम कर सकते है वैसे गुरु आपका व्यक्तिगत व्यवसाय मे जो धन से सम्बन्धित हो मे भी रुचि प्रदान करता है साथ ही कस्टम आदि सरकारी सेवाओं के लिये भी अपनी युति को प्रदान कर रहा है.
DeleteGuruji Pranam!
ReplyDeleteMera nam Jitendra Dubey hai.maine Mba kiya hua hai.maine 3,4 job ki usle baad chhoot jati hai kisi wajah se kahi paise ko lekar kahi kisi chij ki.is samay bahut problem chal rahi mai job chhod chuka hu business karne ki soch raha hu.aur kripya meri pyar aur shadi ki bare me bataye.
kripya koi rasta bataye
name Jitendra Dubey
date of birth 03-11-1988
Birth place sidhi (M.P.)
birth time 6:30 Am
दुबे जी आपकी कुंडली के अनुसार लगनेश शुक्र सूर्य और केतु के बीच मे है इस कारण से पाप कर्तरी योग बनता है इस योग को दूर करने के लिये मन्दिरो और धर्मस्थानो मे जाते रहे स्त्री जातको की सहायता करते रहे मई के आखिरी सप्ताह मे किसी प्रकार की सरकार से सम्बन्धित कम्पनी मे नौकरी का कारण बन रहा है प्रयास करते रहो आने वाली अट्ठाइस अप्रैल से सूर्य की दशा लगने पर लगातार वृद्धि का कारण बनना शुरु हो जायेगा.खुश रहो मजे करो.
ReplyDeleteguruji iska kya matlab haiकबूतर बाजी में छल मिलता है
ReplyDeleteसन्तोष व्यक्ति अपने विपरीत लिंगी व्यक्ति के साथ गप्पे मारता हो,अपने समय धन और परिवार को विपरीत लिंगी के प्रति बरबाद करने मे लगा रहता हो,संगठन मे रहने के बाद भी अपने लिये एकांत और वीराने स्थान से लगाव रखता हो.
ReplyDeleteguruji pranam charan spars. mai ek ladki se bahut prem karta hu wo bhi mere bina nahi rah sakti h.meri aur uski cast alag hai.mere mata pita use pasand karte hai.magar uske mata pita purani soch ke hai. abhi wo sirf 18 sal ki hai gharwale uski shadi agle sal karne ki tayeyari kar rahe h aur us par pressure dal rahe shadi ki liye haa kar do. mai abhi competition ki tayeyari kar raha hu.hame kya karna chahiye meri madad kijiye guru ji.
ReplyDeleteहिमांशु यह नाम राशि से गुरु का प्रभाव है पिछले समय मे गुरु का प्रभाव आपके प्राथमिक प्रेम भाव को देख रहा था जिस कारण से दोनो के अन्दर एक प्रकार की वासना से विहीन चाहत का उदय होना माना जाता है,इस भावना के कारण एक दूसरे के प्रति आकर्षण का भाव पैदा हो गया था,अक्सर एक बात देखी जाती है कि जब भी कर्क राशि के प्रति कोई बाधा पैदा होती है तो वह इतिहास से सम्बन्धित कारण ही उसे परेशान करने वाला होता है यही नही इस राशि के जातक भी पुरानी बातो को अधिक ध्यान मे रखकर चलने वाले होते है,इस कारण से कर्क राशि वाले जातक अपनी वास्तविक जीवन की गति को भूल कर भटक जाते है। चाहत का यह असर आने वाले मई के महिने से कुछ अन्य कारणो मे अपना कारण पैदा करने लगेगा और वह कारण आपके द्वारा बनायी जाने वाली जीवन की कैरियर के प्रति योजना को ध्वस्त करने के लिये भी काफ़ी है,इस प्राथमिक अवस्था को छोड कर आप अपने लिये जो वृहद योजना का रूप बनाने जा रहे है उसे बनाये और लडकी से केवल इतना कह दें कि जब तक आप अपने कैरियर को नही बना लेते है तब तक वह इन्तजार कर सकती है तो ठीक है और अगर आज के आधुनिक युग मे वह अपनी खुद की स्थिति को नही समझ पा रही है और पुराने विचारो के प्रति उसके परिवार वाले उसे जबरदस्ती धकेल रहे है तो आप उसकी कोई सहायता नही कर सकते है इस कारण मे बीच मे आने से एक तो राहु शनि की युति तुम्हे तुम्हारे वास्तविक उद्देश्य से दूर कर देगी और दूसरे आप जबरदस्ती मे अपने स्वच्छ मन मे गंदगी पालने लगेंगे.
DeleteJURUJI charan spars.. meri aur uski kundli dekh kar madad kijiye wo mere bina mar jayegi aur hm bhi nahi jee payenge uske bina. juruji hm dono ye nahi chahte ki ladayi jhagda ho warna hm dono court marriage kar sakte hai. aap madad kijiye koi to rasta hoga. ap ye bta dijiye ki meri job kb tak lagegi. meri detail......
Deletenaam - himanshu ranjan
D.O.B - 09 september 1990
time- subah 06:30 bje(6:30 am)
jagah - fatehgarh. distt farrukhabad (up)
ladki ki detail....
naam - kumari monika
D.O.B. -08 april 1995
time - raat ko 9:30 (9:30pm)
jagah- knpur ke pass.
juruji koi rasta dikhayiye hm dono jindgi bhar apke abhari rahenge. apka ashirwad lene hm dono sath me ayenge.
चन्द्रमा से सप्तम मे राहु शनि का गोचर है जो वस्तविकता से परे कर रहा है साथ ही शनि और राहु अपनी एक सी गति प्रदान कर रहे है,वह गति शनि की वक्री होने के कारण राहु जैसी हो रही है,और सभी प्रकार से उल्टे ख्वाब दे रही है इस गति से दूर तभी हुआ जा सकता है जब सप्तम के प्रति के ही नजरिया रखकर या तो कैरियर या शादी दो मे से एक काम को किया जाये.दोनो काम एक साथ करने से चलने वाली सूर्य मे केतु की दशा तुम्हे उद्देश्य से दूर कर देगी और जो सूर्य केतु तुम्हे उच्च पदाशीन करने के लिये केतु का बल दे रहा है वह सूर्य कुपित होकर केतु यानी कुत्ते की तरह से भटकाने के लिये अपनी गति को प्रदान करने लगेगा.कौन मर जायेगा कौन जिन्दा रहेगा यह बात ग्रहो के ऊपर निर्भर है यह हमारी भावनाओ के अनुसार नही है,खुश रहो मजे करो.
Deletejuruji pranam...charan spars. maine fabuary 18 ko CDS ka exam diya tha aur abhi 21 april ko SSC ka exam diya hai.kya in dono me koi sambhawna ban rahi hai. aur sbse jururi 26 May ko mera IAS prelims ka exam hai, maine iske liye pichle ek saal se khoob mehnat ki hai. graho ki sthiti ke anusar koi sambhawna hai mere is exam ke bare me. abhi mere paas 20 din aur hai exam ki tayeyari ke liye.mujhe kis direction me kis tarah se padhai karni chahiye. apka marg darsan mujhe safalta dila saktah.
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ReplyDeleteGuruji pranam,
ReplyDeletemera Nam sunil hai. mei share market me trading karna chahta hu. kya muze saflta milegi.kripa kar margdarshan kijiye. dhanyavad.
dob:11/04/1983
time:05:15am
place:nasik
जैन साहब आपकी कुंडली मे आपके कैरियर का मालिक गुरु वक्री है और नवे भाव मे ट्रेडिंग की राशि वृश्चिक मे विराजमान है,इसके साथ ही ट्रेडिंग के भाव मे शनि वक्री होकर विराजमान है,गुरु के साथ सूर्य की युति होने से सरकारी क्षेत्र के शेयर सूर्य के मीन राशि मे होने से सरकारी वायुयान कम्पनियां सरकारी क्षेत्र की कमन्यूकेशन कम्पनियां आदि के प्रति आपकी चाहत बढ सकती है लेकिन कैरियर के भाव मे केतु के होने से और केतु के द्वारा मंगल बुध दोनो को बल दिये जाने के कारण आप बजाय खुद शेयर का काम करने के अगर किसी कम्पनी की एजेन्सी ले कर काम करते है और ग्राहक बनाने के काम करते है तो आपको कमीशन के तौर पर और अधिक से अधिक ग्राहक बनाने से लाभ के साधन लगातार बढने का कारण मिलता है खुद के द्वारा कार्य करने से यह राहु जो मिथुन राशि का है वह आपको आंखो से मानसिक रूप से और लगातार चिन्ता करने से शरीर के प्रति अहितकारी परिणाम देने लगेगा. इसके साथ ही लगन मे विराजमान मीन राशि का सूर्य आपको आंखो का मरीज बनाकर आगे की जिन्दगी मे दिक्कत देने लगेगा.
DeletePranam Guruji.
ReplyDeleteAapke margdarshan ke liye dhanyavad.
Aapka sujav muje bahot hi upyogi hai .
Dhanyavad.
pranam guruji, mera naam divya patel hai mera divorce ho chuka kai aur 2nd time divorce kai kiya apply kiya hai wo usa anai kai bad marai saath nai rahana sahata hai merai anai wali life kasi hogi pizzz mujai batai.
ReplyDeleteDOB-31-8-1977 TOB-4.00am POB-petlad/gujrat
दिव्याजी आपकी कुंडली के अनुसार शनि शुक्र केतु चन्द्र जीवन की बडी सफ़लता देने के लिये अपनी युति को प्रदान कर रहे है और किसी भी प्रकार से आपको आपकी उम्र की बयालीसवी साल तक मानसिक संतोष प्रदान नही कर रहे है यह कारण केवल आपको सांसारिक कारणो को करके सीखने के लिये माना जा सकता है.शनि के साथ शुक्र होने से शनि का कर्क राशि मे होने से तथा केतु की नजर शनि शुक्र होने से जीवन साथी का रुझान कुछ समय तक के लिये तो तुम्हारे साथ हो सकता है लेकिन अधिक उत्तेजना और जितना ज्ञान है उससे अधिक का प्रयोग करना भी एक प्रकार से आपके लिये दुखदायी है,गुरु मंगल का एक साथ होना तथा गुरु मंगल का शत्रु गृही होना भी आपके लिये सम्बन्धो के मामले मे कम से कम तीन शादियों के प्रति अपनी सोच को रखने वाले है,एक प्रकार से आपका वर्तमान मे चलने वाला सम्बन्ध चौबीस अप्रैल को ही समाप्त हो चुका है,और नया सम्बन्ध आने वाले पांच जुलाई से बनना शुरु हो जायेगा.
Deleteguru ji pranam
ReplyDeletemera naam ashish hai. meri dob- 25/11/1987, time-11:00am, place-allahabad. hai
mai apne karya chetra ke bare me janana chata hun aur kya meri sarkari naukri lagegi.
kripya koi upaye bataiye mai bahut paresan hu.
आपकी कुंडली के अनुसार कार्य क्षेत्र के प्रति केतु और चन्द्रमा अपना बल दे रहा है जो धन सम्बन्धी तकनीकी कारणो के लिये सरकार से जुडकर किसी सरकारी सहयोग से चलने वाले संस्थान के प्रति अपनी सेवा देने के लिये कहा जा सकता है,लेकिन सूर्य शनि की युति होने के कारण नौकरी का कारण जनवरी दो हजार पन्द्रह से ही शुरु हो पाने की बात मिलती है,शनि के वृश्चिक राशि मे होने और सूर्य के साथ होने से तथा लाभ भाव मे होने से प्रतिनियुक्ति के प्रति भी बात समझ मे आती है.
Deletethxs guruji,नये सम्बन्द मे तो कोई प्रॉब्लम नहीं होगी न गुरूजी और life तो अच्छी होगी न डर है फिर divorce न हो जाये ,कृपया कर के आप मेरा मार्ग दर्शक कीजिये,
ReplyDeleteअगर दिमागी रूप से झल्लाहट वाले कारण नही रहे तथा जितना ज्ञान है उससे अधिक प्रस्तुत करने की बात नही रही तो गृहस्थ जीवन मे दिक्कत नही मिलेगी.
Deleteguruji, aap nai jo kaha wo mujai samaj mai nai aaya to pizz aap mujai saral sabdo mai batai to mai us par amal karungi thxs one more time guruji,
ReplyDeleteGuruji pranam mera. Name Ravindra hai meri janm tithi 29 /04/1979 janm sthan jaunpur janm samay subah 11:51 hai kripa karke margdarshan kare
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ReplyDeleteapke uttar ke liye dhanyavad guru ji.
ReplyDeletepratiniyukti ka kya arth hua guru ji ?
aur meri sadi kab tak hogi avm ladki kaise hogi.
mujhe kaun se ratna dharan karne chahiye.
pranam guri ji mera naam abhishek mishra hai ,meri date of birth 14 september 1983 aur jaman samay 11:33 pm hai city orai uttar pradesh hai,kripya kar ke mere career k baare me aur shadi k baare me bataye ki shadi kb tak hogi b job kab tak lagegi
ReplyDeleteye bata dijiye ki kya meri kundli me kaalsarp yog hai agar hai to uski shanti k liye mujhe kya karna padega,kaun sa ratna pehnu
ReplyDeleteguru ji meri meri patni ke sath shadhi ke kuch mahine baad se hi ban nahi rahi hai ghar me ladai hi ladai ho rahi hai or wo mujha par saq karti hai ki mera relation bahar kahi par kisi ladki se hai
ReplyDeleteguruji pranam,
ReplyDeletemera naam Rahul hai.dob-08-08-1985,birth place-patna,time-06:45AM hai.mera carrer kaisa rahega?paise chah k bhi nahi jod pata hu.shadi kb tak hogi?or love ya arrange hogi?kripya margdarshan kare.
aapke uttar ki asha me......
guru ji pranam
ReplyDeletemera DOB 11-10-1980 subah ke lagbhag 4 se 5 baje, sthan muzaffarpur distric,village machhachi,(1980 me nawratri ke dusre din 4 se 5 baje lagbhag.mera bhavishy kaisa hai................
meri beti jiska DOB 04-02-2009, 10.58am ,sthan dalsingsarai bihar hai.ye janm se hi rugn hai bolne,chalne me pareshani hai(normal nahi)hai.kuchh samadhan hai.............
GURU G KO SADAR PRANAAM GURU G MERE KO ACCHE GHAR AUR GADIYON KI JARURAT KABHI POORI HO PAYEGI KI NAHI .SUMIT DOB 26-9-1980 TIME 6.30 PM GHAZIPUR U.P.
ReplyDeleteGURU G KO SADAR PRANAAM GURU G MERE KO ACCHE GHAR AUR GADIYON KI JARURAT KABHI POORI HO PAYEGI KI NAHI .SUMIT DOB 26-9-1980 TIME 6.30 PM GHAZIPUR U.P.
ReplyDeleteसुमित जी आपकी कुंडली के अनुसार आपके पिता की स्थिति चार भाई बहिन की मिलती है आपकी एक बुआ की सहायता आपको बचपन से मिलनी मानी जाती है आपकी माताजी की स्थिति तीन भाई बहिन की मिलती है,आपकी माताजी के भाग्य से आपके पास धन और गाडी तथा अच्छे निवास की प्राप्ति होनी मिलती है लेकिन शुक्र के राहु के साथ होने से जल्दी से धन प्राप्त करने की कोशिश आपको कानूनी रूप से तहस नहस भी कर सकती है.
DeleteName naveen thakur
ReplyDeleteDob 18/11/1993
Time 9.45 am
Place darbhanga
Mujhe bus richest aadmi ban na h to is prakar se meri kundali mera sath de rahi h ya nahi agar nahi to m kis prakar se kundali ko badal kar rich man bansakta hu
ठाकुर साहब आपकी कुंडली को बदला नही जा सकता है जो समय ईश्वर ने दिया है उसे झेलना ही पडता है,आपके पिता स्थान का मालिक सूर्य है जो राहु मंगल के साथ बारहवे भाव मे विराजमान है इस युति से आपके पिता दादा आदि ने अपने पूर्वजो के स्थान को त्याग कर दूसरे स्थान पर अपने निवास के लिये बनाया है आपको तकनीकी शिक्षा मे उन्नति देने के बाद भी आपको तीन प्रकार की शक्तियों से सुसज्जित किया है,बहुत अधिक धनी तो बनने के तीन योग आपकी कुंडली मे है लेकिन इसी धन के कारण जो विपत्तियां आपके पिता दादा आदि को झेलनी पडी है उनका प्रभाव आप पर भी माना जा सकता है अपने को तकनीकी क्षेत्र मे ले जाने के बाद तथा खनिज सम्पत्त्तियों के द्वारा आप धनी बन सकते है.
Deletename :- kishan kumar sharma
ReplyDeleteDob :- 16/12/1986
time :- 18:17
place :- ajmer , rajasthan
guru ji pranam ,
mujhe ye janana hai ki meri kundali me govt job hai ki nahi .. agar hai to ias level tak ki hai ya nahi ... please tell me guru ji ..
आपके पिता की स्थिति चार भाई बहिन की मिलती है साथ ही सरकारी नौकरियों मे आपकी पत्नी की स्थिति सही मिलती है जो शिक्षा जैसे क्षेत्रो मे सफ़लता के लिये मानी जाती है आपकी स्थिति मे कानूनी न्याय अथवा पिता से जुडे काम करने का अवसर मिलता है.
DeleteSadar pranam guru ji,
ReplyDeleteDOB- 11 may 1983
place- Farrukhabad (UP)
Time- 1 pm
mera prashna ye hai ki meri kundali me chandrama aur shani ki drishti lagbhag 180 degree per hai aur main janna chahta hun ki kya ye mere liye labhdayak hogi ya nahi....is kundali me shani,guru,budh vakri ho rahe hain aur mangal ast hai... kya ye ast mangal apna fal de payega ya nahi....kya is kundali me koi business ka yog hai....agar aap apna kimti samay de payein to badi kripa hogi....
dhanyawad
चौहान साहब आपकी कुंडली के अनुसार चन्द्रमा और शनि (व) की युति सूर्य और बुध (व) के साथ है इस युति का सीधा प्रभाव आपके पिता खानदान और दादी आदि के लिये है जो उनके लिये बार बार कार्य का बदलाव रहने वाले स्थान का बदलाव जो पूर्वजो के स्थान को छोडकर दूसरे स्थान जैसे ननिहाल जैसे स्थान मे बसने के लिये माना जा सकता है लेकिन शनि के वक्री होने से एक बार बसने के बाद दुबारा से पूर्वजो के स्थान पर अपना निवास बनाने के लिये भी माना जा सकता है शनि वक्री होने से तथा चन्द्रमा से युति लेने के कारण खेती सम्बन्धी कामो मे दूसरो से काम करवाने के बाद फ़सल आदि से लाभ लेना भी माना जाता है और बुध के वक्री होकर चन्द्रमा के साथ जुडने से दूसरो की फ़सलो से भी ब्रोकर जैसे काम मे सफ़लता मिलती है,शुक्र राहु की युति का योग ग्यारहवे भाव मे होने से पत्नी का शिक्षा के क्षेत्र मे होना पाया जाता है,और तीन बहिनो के रूप मे पत्नी की स्थिति मिलती है लेकिन उनके भाई की स्थिति इकलौती मिलती है पर टिकती नही है आदि बाते मानी जा सकती है.
DeleteGuru ji pranam,
ReplyDeleteMuzhe jyotish sastra mai bahut ruchi hai mai aapke sare lekh aksar padta rehta hun aur aapke dwara gyan prapt karta rehta hun .
guruji, mera naam ravindra raghuwanshi hai
DOB : 20may1984
Time: 12:55 pm din mai
place : guna m.p.
mai marketing mai hun krpiya mere bare mai kuch batayen .
Dhanyabad.
रविन्द्र जी आपकी पांच भाई बहिनो मे तीन की स्थिति मिलती है,जिसमे आपकी स्थिति केवल कन्या सन्तान के रूप मे आगे की सन्तति को बढाने के लिये मिलती है,विवाह आदि की स्थिति मे भी सम्बन्धो के बदलाव का कारण मिलता है,शिक्षा और नौकरी आदि का रूप भी बहिन बुआ के पास रहकर या इसी प्रकार के सम्बन्धो के साथ मिलता है शनि के वक्री होने से लोगो से काम करवाने से मंगल के वक्री होने से दूसरो की शक्ति का सहारा लेने से और लोगो को शारीरिक बल की बढोत्तरी के लिये साधन उपलब्ध करवाने से जो मशीनरी के रूप मे भी हो सकते है दवाइयों के रूप मे भी हो सकते है के लिये माना जाता है गुरु के वक्री होने से खुद की याददास्त बहुत तेज होती है विदे्श जाकर ही खुद की भौतिक तरक्की होती है.
Deleteguru ji mera naam akhilendra kumar hai
ReplyDeletejanam : 18/11/1969
time :10:56 am
place : chhibramau Distt. kannauj ( up)
mera bhavishyfal aur dhan ka yog aur bacchon ka bhavishyfal kaisa hai batai
bahut kirpa hagi
अखिल जी आपके जन्म समय के अनुसार आपकी पत्नी चार भाई बहिन मिलते है साथ ही आपके पिता दादा आदि की आर्थिक सहायता आपको नही मिल पाती है या तो आपकी ससुराल खान्दान से आपको सहायता मिलती अथवा शिक्षा जैसे क्षेत्रो से आपको धन की प्राप्ति होती है,गुरु शुक्र राहु की युति चन्द्रमा से मिलने के कारण खुद की स्थिति मे दोहरे सम्बन्ध बनाने और कानून से दूर जाकर धन प्राप्त करने के कारण माने जा सकते है चार सन्तान मे दो का अच्छा योग है जो भविष्य मे उन्नति के द्वारा अपनी स्थिति को बनाने से आपके नाम और भौतिक रूप से आगे बढने के लिये माने जा सक्ते है,शिव उपासना और ह्रद्य सम्बन्धी कारण मे ध्यान से शरीर और उन्नति बनी रहेगी.
DeletePranam Guru Ji,
ReplyDeleteMera naam vivek singh hai , meri D.O.B. 22-1-1981 aur samay 05:11 subah sthan ghaziabad hai, mujhe apni kundli me khud ka ghar avem aarthik sthithi ka pata karna hai. kripya is visay par meri sahayata kare. dhnyabad
विवेक जी आपकी कुंडली मे घर का बनाने का योगात्मक रूप केवल मृत्यु के बाद की सम्पत्तियों से मिलता है जो ससुराल खानदान से गुप्त सहायता के रूप मे अथवा ननिहाल से प्राप्त जमीन मकान आदि की सहायता से प्राप्त होता है,बाहरी लोगो से किसी ऐसे काम के लिये जो एन जीओ जैसे कारणो से चलता है से भी आपके लिये धन की स्थिति मिलती है.आपके अन्दर जो सेवा करने का भाव और जन समूह की पीडाओ को दूर करने का भाव है वह आपको कभी भी धन से दुखी नही रखेगा,खुश रहो मजे करो.
DeleteGuruji mera nam tikamsingh he meri DOB 6/11/1976 time 7:10 am place ( Jalore rajasthan )guruji mera har kam kai dino se bante bante bigad jata he or ultan pad jata he me kariban 5-6 sal se presan hu kurpya meri kundali dekh kar meri paresani ka hal batai
ReplyDeleteटीकम सिंह जी आपकी कुंडली मे जन्म के मंगल बुध सूर्य और राहु पर गोचर के शनि राहु का असर चल रहा है इस कारण मे जो भी काम कबाड से जुगाड वाले होते है उनके अन्दर अचानक परेशानी आनी शुरु हो जाती है इसका एक कारण यह भी है कि किसी प्रकार से किसी महिला या किसी ऐसे मकान का सम्बन्ध आपसे बन गया है जो बेकार की पराशक्तियों से ग्रसित है यह कारण पिछले साढे चार साल पहले से बनना माना जाता है पहले इससे कमाने का या अनैतिक सम्बन्ध रखने का होता है अथवा इसे प्राप्त करने के लिये गैर कानूनी रूप से प्रयास किये जाते है शुरु मे इसके द्वारा लाभ दिया जाता है लेकिन वर्तमान मे यह कारण कर्जा दुश्मनी बीमारी को प्रदान करने के लिये अपनी युति को प्रदान कर रहा है.शनि मंगल की युति को दूर करने के लिये अपने ही भाइयों का सहारा लीजिये सूर्य राहु शनि की युति से बचाव करने के लिये अपनी ससुराल खानदान से विश्वास प्राप्त कीजिये पिता की सेहत और पुत्र की सेहत का ख्याल रखिये,समुद्र के किनारे वाले शिव स्थान पर रुद्राभिषेख करिये आपको धीरे धीरे सफ़लता प्राप्त होने लगेगी.
ReplyDeleteNamaskar Guru ji,
ReplyDeleteMera naam Vivek Srivastava hai
janam : 05/02/1969
time :06:30 am
place : Lucknow, UP
Main 2009 se bahut hi zayad pareshan hoon. Meri pareshaniyan achanak hi Dec 2009 se shuru ho gayin. Kabi parivar ki samasya to kabi naukri ki. Agar inse thodi shanti milti hai to Parivar mein koi bimar ho jata hai. May 2012 se meri naukri doosari bar chali gayee aud tabse bahut prayatno ke baad bhi mujhe koi naukri nahin mil rahi.
Ab to paise ki itni pareshani hai ki apna pita ji se aur rishtedaron se mangana par raha hai. Kai bar khayal aata hai ki mar jaon to achcha hai. Samajh mein nahin aa raha hai ki kya karon. Kripaya margdarshan karein.
Ati kripa hogi,
Dhanyavaad,
Vivek
Namaskar guruji
ReplyDeleteMera naam poonam gupta hai.
date of birth : 16-02-1987
time : 4:06 am
Birth place : dehradun uttarakhand
Guruji mujhe merit naukri or shadi ke liye puchna hai
Kya meri sarkari naukari ke hog hai
Or meri shadi lab hogi
meri kundali mai chandrama ki dasha chal rahi hai lab tak chalegi or isle upaye bataye
or merit kundali mai budhaditya hog hai is yog ka labh mujhe lab milega or lang me liye yadi koi upaye hai to bataye
Dhanyavad guruji
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ReplyDeleteguruji namaskar
ReplyDeleteNaam manish sharma
DOB 5/6/1987
Time 5:35
place shahpura (Rajasthan)
guruji mujhe mere dhan yog ke bare mein janna hai kripa kare
guru ji aapki charno me pranaam,
ReplyDeleteaapke andar itna gyan hai jo ki manav ka kalyan kar rha hai aise mahamanvh ko me namsakar karta hun aapke gyan or aapke bare me jitna bola jaye utna hi kam hoga.
mera DOD- 16/9/1989
Time - 7:15am(subah)
place- jaipur(rajasthan)
guru ji aap hi meri kundali dekhar batye ke konse grah dosh muje pareshaan kar rhe hai, ab aap hi bata dijiye apne experience ke hisaab se kya karna chaiye or kya nahi ,wasie muje kuch puch ki jarurat hi nhi hai aap khud hi bata denge ke kaise rahega mera aane wala time?
Guru Ji Pranaam
ReplyDeleteMeri Date of Birth 22 August 1983, time 05:00 am, Place-Gharaunda (Haryana)hai. meri shadi 07 feb 2010 ko huee thi,
Mere lagan me mangal hai, aap meri kundali dekh kar bataiye ki kya aane wale waqt mein mujhe aur pareshaniyo ka samna karna padega.
meri ek beti hai jiska janam 05.08.2012 ko 11:49 am ko Karnal(Haryana) mein hua tha. Usko to apni life mein mere jintni samasyao ka samna to nahi karna padega.
Koi upayee ho jisse meri life mein sukh aur shanti bani rahe.
pranam guruji,
ReplyDeletemera naam amit puri dob 11/091984 ,birth place nangal dam,punjab ,time 9:2am.meri naukri kab tak lagegi aur sarkari naukri ka yog hai ya nai.kripa karn guruji.
pranam guruji,
ReplyDeleteName- Ashish Srivastava
DOB- 12/08/1982
Place- Kanpur(UP)
Time-13:30
Shadi Aur Naukri k baare me batane ki kripa kre...
GURU JI ' charan sparsh
ReplyDeleteMera nam Vaibhav mishra hai. Mai sarkari naukari lo lekar Bahut pareshan ho.sarkari naukari ki tayari kar Rha ho safalta milte-2 rah jati h nirash ho gaya ho par irada pakka h .mujhe bataye meri. Sarkari naukari kab tak lagegi.
Apki bahut kripa hogi
Meri DOB--03-01-1987
TIME- 04:30 PM. PLACE - KANPUR
NAME - SUMIT
ReplyDeleteDOB - 26-9- 1980
PALACE - GHAZIPUR U.P.
TIME - 6.30PM
GURU G KO PRANAM ...GURU G MERI KUNADALI DEKH K BATAYEN KI MERI SHADI KAB TAK HOGI ...RISTE TO KAFI AA RAHE HAI LEKIN KISI K SATH HO NAHI PAA RAHA HAI JISKI WAJAH SE MERE MAA AUR PITA G KAFI PARESAAN HAI AUR BAHUT TENSSION ME HO JAATE HAI UNKO PARESAAN DEKH K MAI KAFI DISTURB HO JATA HUN ...KOI RASTA BATAYEN GURU G BAHUT URGENT HAI ...MERI SAARI PARESAANI KAB TAK DOOR HOGI
NAME : raj karan
ReplyDeleteDOB : 26/05/1993
PLACE: hyderbad' secunderabad AP
TIME : 9:10 pm
respected sir
guru ge mare bhai ke ya kundali hai , mari apa say gurashis hai ke
kya is ki kundali ka hesb say is ka name karat hia kuy ki
jab say is ka janam huva hai mara pata ji jail ki chakar kat rahai hay
mari ap say gurashis hai ki kya is ka name badal la ja sak tha hai kay
name kapil kaushik
ReplyDeletedate of birth 9 april 1981
time 11.58 pm
place Gurgaon ( haryana )
email Id kapilk433@gmail.com
Guru ji marg darshan kara
sadar namaskar pandit ji , me apne parivaar ke liye sadaiv chintit rahte huin, mere paas parivaar ka palan posan achche se kar saku, mai apni mata ji, bhai or behno khush rakhna chahta huin. mai apne ghar me bada huin paitaji ke baad ghar ki jimmedari mere upar hai mera marg darshan karain, kripaya achchee naukri kab milegi batai?
ReplyDeletename mangal
date of birth 9 june 1981
time 10.00 am
place Gwalior ( MP )
Guru ji marg darshan kara
RAM RAM JI
ReplyDeleteNAVEEN KAUSHIK DOB:30/8/89 8:25 AM SONIPAT HARYANA
KYA MERI SARKARI NOKRI H YA NHI ...BTECH CIVIL ENGINEER HU
PLZ
Jai Shri ram
ReplyDeleteName : Kamlesh Patel
DOB: 23/10/1986
Time:06:48 PM
Place: Badnawar(Dhar) MP 454001
Meri sarkari nokri laggi ki nahi.
Aur kounsa business mere liye acha hai
pandit ji ko sadar abhinandan,
ReplyDeletepandit ji mera naam maninder singh hai mera janam 02/09/1985 ko subah 2 bajkar 35am me huaa hai main naukari ke liye bahut pareshan rehta hun. 9 saal se patrkarita me struggle karne ke baat bhi haath me kuch nahi aayaa hai or naukari bhi nahi rahi hai ab. main sarkari naukari paa kar apnaa or apne maataa pitaa ka bhavisya sudharnaa chaahtaa hun per ek achi naukari naa milne per bahut chintit hun naukari milne per bhi 4 se 5 maah ke bheetar naukari haath se chali jaati hai.... kyaa main koi aisi naukari paa saktaa hun jisse mere or mere maataa pitaa kaa bhavishya sudhar sake.....
pandit ji ko sadar abhinandan,
ReplyDeletepandit ji mera naam maninder singh hai mera janam 02/09/1985 ko kanpur me subah 2 bajkar 35am me huaa hai main naukari ke liye bahut pareshan rehta hun. 9 saal se patrkarita me struggle karne ke baat bhi haath me kuch nahi aayaa hai or naukari bhi nahi rahi hai ab. main sarkari naukari paa kar apnaa or apne maataa pitaa ka bhavisya sudharnaa chaahtaa hun per ek achi naukari naa milne per bahut chintit hun naukari milne per bhi 4 se 5 maah ke bheetar naukari haath se chali jaati hai.... kyaa main koi aisi naukari paa saktaa hun jisse mere or mere maataa pitaa kaa bhavishya sudhar sake.....
Pandit jo ko Sadar Pranam,
ReplyDeletePandit ji meri shadi nahi ho pari hai kafi salo se mere papa mere leye ladke dekh rahe hain per kahin bi baat nahin ban pa rahi hai, wo kafi koshish kerte hain. Ladhi tay ho ker toot jati hai. Main bahut paresaan hoon kya karoon kuch samajh mein nahi atta hi, Kafi sari pooja path bhi ker kuch hon, koi rasta nahin dek raha hai papa ab ritire bhi ho gaye hain ab paresaani bhi badh gayi hai, mera chota bhi bhi sadi layak hai. bade bhai sahab ke sadi ho chuki hai wo bhi 16 nov 2013 se alag rahne lage hain. aap ka blog pada to kuch asha dikai di hai. mere dob 24-09-1979 time: 5:45AM kanpur (u.p.) ka janam hai. kuch upay batein
RAJ KUMAR
ReplyDeleteD.O.B- 27 JUNE 1978
TIME- 14.00
MERA DIN BAHUT KARAB CHAL RAHA HAI .
MUJHE KAUN SA RATAN PAHANANA CHAHIYE
कुंडली और रत्न के लिए संपर्क करे---8858274141
DeleteGURU G CHARAN SPARSH
ReplyDeleteMERA NAAM VISHESH MOHAN SHARMA HAI
MERI DOB 13-12-1992 HAI
KYA MERI KUNDALI ME SARKARI NAUKRI KA YOG H
GURU G AGAR H TOH PHIR KIS FIELD ME H
AAP KI ATI KRIPA HOGI PLZ MJHE RPLY KAREIN
MERA JANAM STHAAN AGRA HAI OR TIME 5:15 PM HAI
ReplyDeleteगुरु जी को चरण् स्पर्श,
ReplyDeleteगुरु जी , मेरी ज़िंदगी बहोत उलझी हुई है, कोई भी ज्योतिष सही मार्ग दर्शन नहीं दे पा रहा ना ही रास्ता दिखा पा रहा है,
बस आप से उम्मीद ले के लिख रहा हून कृपया इसका उत्तर ज़रूर देवें,
मेरा जनम ७ मार्च १९६३ ८ ४५ सुबहा को दिल्ली मैं हुआ।
प्रणाम,
वीरेन्द्र वर्मा
pranam guruji
ReplyDeletemera nam Ganesh Hanumant Sakpal
Mera DOB 02-09-1984
place pune, maharashtra
Meri kundali ke shub aur ashubh graho ke bare me please muze bataye
mera naam anil kumar gupta kaysap gotra hai
ReplyDeletemera dob 02-031980
gorakhpur
meri kundali ke shubh aur ashbh graho ke bare piease muje bataye
kavita pandey,DOB-17/9/1987,4;20 PM AT KOLKATA.MERI SHAADI KAB AUR KAHAN HOGI.
ReplyDeleteGURU G CHARAN SPARSH
ReplyDeleteMERA Naam ABHISHEK HAI
MERI DOB 21-07-1989 HAI Time 6:35am aur place MAU (DISTT.)
KYA MERI KUNDALI ME SARKARI NAUKRI KA YOG H
GURU G AGAR H TOH PHIR KIS FIELD ME H MAIN GURU JI ABHI CIVIL SERVICES KI TAIYARI KAR RAHA HU LEKIN MUJHE ISME SAFLTA MILEGI YA NHI...BAS YE JANNA CHAHTA HU
AAP KI ATI KRIPA HOGI PLZ MJHE RPLY KAREIN
Guruji, sadar pranam
ReplyDeleteek maa ka apni beti ke bare me ek sawal prastut hai. kripaya samsya ka hal bataen. meri beti arya ka janm dob= 22/11/2002 time= 3.50am place= mulund,mumbai mein hua hai. kya meri beti ko bhavishya mein apne character ko lekar koi dikkat / sankat aa sakta hai? jo bhi upay ho sakte hain, mai use poorna karungi. kripaya maa ka hriday aap samz sakte hain. jawab ki apeksha mein .... anekanek aabhar !
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ReplyDeletemeri dob 13-03-1992 hai .aur time hai 09:00 pm .pandit meri naukri kab tak lagegi
ReplyDeleteAadaraniya pandit g,
ReplyDeletenamaskar,
my name - Awaneesh kumar Rai
date of birth-11 july, 1985
time- 1:40 pm
place- Reotipur. utterpradesh
sir,mera man ashant rahata hai aur mai koi bhi kam sahi tareeke se nahi kar pa raha hu.mai hamesha achi soch ke sath mai sabhi ke sath rahta hu but mere dimag me kuch galat vichar aa jate hai .phir mai apne raste se hat kar kuch galti jarur ho jati hai jisse mera man hamesa ashant rahta hai. mere dimag me hamesha apni samaj me ijjat ke bare me chinta satati rahati hai.. plz plz plz mujhe salah dene ki kripa kare aapka .....Awaneesh
namaskar,
ReplyDeletemy name - SHIV RAJ BIARWA
date of birth-29/07/1980
time- 8:00 AM
place- Reotipur. DEOLI TONK RAJSTHAN
namaskar,
ReplyDeletemy name - SHIV RAJ BIARWA
date of birth-29/07/1980
time- 8:00 AM
place- Reotipur. DEOLI TONK RAJSTHAN
GURUJI MERI NOKARI KA YOG HAI KYA
HAI TO KAB TAK
ME KOI BHI VYAVSAY KARTA HU TO FAIL HO JATA HO KIS KARAN SE KRIPYA MUJE BATAYE
Guru g ko chran sparsh
ReplyDeleteGuru g mera name Mayank Sharma hai
DPB -21 april 1987 hai
mera janam baraily me raat ko 11pm me hua tha
mene MBA kiya hai BT job ki wajah se pareshan hu
aap bataye ki mere future kaisa hoga shi hoga ya aise hi struggle karne me hi sara samay jayega.
ik baat ar janana chata hu ki karam kundali ke according hote hai ya hum kundli ko karm se change kar sakte hai.
please guru g batna jaroor
Guru ji pranam
ReplyDeletemera naam gaurav kumar hai
mera janam 18/11/1992 ko saam 8;50pm pe shahjahanpur(u.p) mein hua
maine BA kiya hai aur MBA k entrance exam ki coaching bhi karr chuka hu abhi koi achaa college nhi mila. aur mai gov. job bhi dhoond raha hu kya mujhe gov. job milege ya MBA karke achhi job mil jayegi. aur haa guru ji meri shaadi kaisi hogi kyuki kuch jyotshi bhramit krr rahe hai
guruju param
ReplyDeletemaira naam sourabh sharma hai
my dob-24.12.1983
time-04.00 am
place - indore
guruji mai bhut tension mai rahta hu aapne future ko leke maire tarakee kab hogi. maira ghar kab tak banega,or maira vedesh yog hai kya or laxmi yog, pls guruji maire kundli dekh kr bataiye maire samasya ka haal
dinesh singh
ReplyDeletedate-04/12/1975 Time:23:12pm
place-Gorakhpur up
mai bhut tension mai rahta hu aapne future ko leke kaya kaam karu samath me nahi aata jo bhi karta hu o theek se nahi hota
Sabse pahle to mai Ramendra singh Bhadoriya ji ko dhanyabad kahna chaunga ki is bhog bilas me lipt samaj me apna kimtai samaye nikal ke logo ki kundl ka bishlesan kar ke unka jawab dete hain.
ReplyDeletemai waise bahut pare san hoon per aaj bahoot kam insn hain jo ek dusre ki madat ke liye aage aate hain ..
Ramendra singh ji mera aap se request hai ki mere bare me bi kuch bataye jis se me apne pariwar ka nirwah kar sakun
date of birth 15th july 1969, time subah ke 10.00 baje, dist ballia.mai aapka bahoot abhari rahunga,
guru g pranam,
ReplyDeletemeri date of birth 15/05/1981
time 21:30 night, place daryabad u.p.
mai bahut pareshan hu mera business close ho gaya hai,
mujhe uchit salah de, mera koi sahi ratna bataye
AKASH AGGARWAL
ReplyDelete19/01/1990
01:45 AM
MEERUT (UP)
PLZ TELL ME ABOUT MY WORK
गुरू जी प्रणाम, मैं राजेन्द्र छत्तीसगढ् से हॅू मेरी जन्म तिथि 01 मई 1982, समय शाम 5.21, स्थान कलकत्ता पश्चिम बंगाल में हुआ है, मेरी कुण्डली में मांगलिक दोष एवं विवाह में बाधा का कारण बतावें,
ReplyDeleteHello ...
Deletekaml kant sharma
ReplyDeletedate if 26-10-1987
pm 10:30
sardarshahar churu rajasthan
sir meri shadi kab hogi. or govt jab kab lagegi
pranam guru ji mera naam vikas hai mera janam 22 september 1983 2:50 PM per lucknow mein hua hai mein garments ka business karne jaa raha hun kya yeh mere liye faydemand hai ki nahi
ReplyDeleteGOOD MORNING SIR
ReplyDeleteSIR MERA DOB 28, NOVEMBER 1989 HAI
BIRTH TIME 1:40 AM HAI
BIRTH PLACE - NEW DELHI
SIR ME YE JANNA CHAHTA HU KI ME PICHHLE 3 YEARS SE HARDWORK KA JOB KR RHA HU RRSTAURANT LINE FAST FOOD ME
AUR ME BICH BICH ME BIMAR HO JATA HU
SIR MUJHE EK ACHCHHA STABLE JOB KB TK MIL PAYEGI
SIR ME APNA BUSNESS START KRNA CHAHTA HU DRINKS ND SHAKES AUR JUICE ME.....
KYA SIR ME KAMYAB HO PAUNGA APNE KAAM ME AUR KB TK START KR PAUNGA APNA KAAM KON SA TYM MERA FAVOUR ME RAHEGA
AND SIR MERI LIFE ME KBHI KOI LOVE K NJRIYE SE LADKI NHI AATI AUR JO AATI HAI TO BINA KISI WAJAH DUR HO JATI HAI AISA Q HOTA HAI SIR
SIR MERA MARRIAGE KB TK HO JAYEGA....AUR MERI MARRIAGE LIFE KAISI RAHEGI ALL OVER FUTURE.....
AUR MONEY SE RELATED KAISA RAHEGA MERA JIVAN
AND SIR KB TK MERA APNA EK KHUD KA MKAN HOGA.......
BS SIR YE HI JANNA CHAHTA HU......
I HOPE SIR AAP JLD SE JLD ANSWER GIVE KRENGE
LAV DEV
ReplyDelete01-01-1970
08.30.00 AM
CENTRAL DELHI KAROL BAGH
WHO IS MY KUNDLI ISHTA DEVATA HAI
I WORSHIP OF VISHNU MAY I WORSHIP SHIVA ACCORDING MY KUNDLI ? WOULD YOU LIKE TELL ME
THANKS
Guru Ji namaste.
ReplyDeleteName: Rajan Aggarwal
Date of Birth: 29-11-1986, Birth Time: 15:15, Birth Place: Palwal.
Guru Ji, 1 Saal me meri married life kafi disturbed hai aur usme kafi matbhed hai. Kya koi kundli me dosh hai aur mujhe kya upay karne chahiye?
Please tell me.